भीमा कोरेगाँव के मामले को केंद्र ने छलपूर्वक अपने हाथ में लेकर अंधाधुंध गिरफ़्तारियाँ की हैं। अब यदि महाराष्ट्र सरकार इसकी जाँच के लिए एसआईटी का गठन करती है तो क्या केंद्र के साथ उसका सीधा टकराव नहीं होगा? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट। Satya Hindi