पीएम मोदी ने रविवार को झारखंड के गुमला में आरोप लगाया कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) आदिवासियों और ओबीसी जातियों को बांट रहे हैं, इसलिए एक हैं तो सेफ हैं। मोदी के इस भाषण के बाद शाम को नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी करते हुए बताया कि मोदी राज में दरअसल कौन-कौन सेफ है। आप पोस्टर देखिए और चेहरों को पहचानिएः
महाराष्ट्र में भाजपा अब बार-बार बाला साहब ठाकरे का नाम ले रही है। उन्हीं बाला साहब का, जिनकी पार्टी शिवसेना को दो टुकड़े करने में भाजपा की बड़ी भूमिका रही है। पीएम मोदी अपनी रैली में बार-बार बाला साहब ठाकरे का नाम लेते रहे कि कैसे कांग्रेस ने बाला साहब और सावरकर की बेइज्जती की है। अब वही बात अमित शाह ने रविवार को पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए कही। इस तरह भाजपा का प्रचार अब इसी नैरेटिव को बनाए रखने में जुट गया है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी खरी बात कहने में पीछे नहीं रहते, फिर चाहे वो अपनी ही पार्टी की आलोचना क्यों न हो। एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में गडकरी ने पार्टी को इस बात पर नसीहत दी है कि भाजपा में जो दागी लोग दूसरे दलों से आ रहे हैं, उनसे क्या स्थितियां बन रही हैं।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों में महायुती और एमवीए में से किसका पलड़ा भारी है? क्या महायुती की योजनाओं का असर इतना पड़ेगा कि एमवीए के लिए बड़ी मुश्किल होगी?
पीएम मोदी के 'एक हैं तो सेफ़ हैं' नारे का जवाब शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने दिया है। जानिए, राउत पीएम के महाराष्ट्र आने पर राज्य के असुरक्षित होने की बात क्यों कह रहे हैं।
क्या महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी और उसके सहयोगियों के लिए आरएसएस पूरी तरह जुट गया है? 'बटेंगे तो कटेंगे' 'एक हैं तो सुरक्षित है' नारों के बीच अब 'सजग रहो' का अभियान।
महाराष्ट्र में संविधान बचाओ मुद्दे की वापसी हो गई है । राहुल की संविधान की किताब को अर्बन नक्सल की लाल किताब बता दिया । कांग्रेस ने इसे बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करार दिया है। इस मुद्दे से ही लोकसभा में बीजेपी को नुकसान हुआ था । क्या फिर होगा नुकसान ? आशुतोष ने मुंबई से संदीप सोनवलकर से की बात ।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा जाति जनगणना की मांग किए जाने पर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने क्या बड़ी ग़लती कर दी है? क्या इससे राज्य में दलित बीजेपी से दूर जाएँगे?
शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को अपनी पार्टी का जो वचननामा (घोषणापत्र) जारी किया है, उसमें सबसे मुश्किल वादा किया गया है। पार्टी ने कहा है कि अगर महाराष्ट्र में एमवीए को सत्ता मिली तो वो धारावी प्रोजेक्ट को खत्म करके अडानी से जमीन छीन लेगी। इसके अलावा और भी कई वादे किए गए हैं लेकिन पूरे घोषणापत्र में सबसे प्रमुख वादा यही है। जानिएः
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस, उद्धव की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी ने चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है। जानिए, इसने क्या-क्या घोषणाएँ की हैं।
शिंदे सरकार महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्याएं रोक पाने में नाकाम रही। किसानों को किसी तरह की राहत देने के बजाय उनकी समस्याएं और बढ़ा दीं। वरिष्ठ पत्रकार मीनू जैन की विशेष रिपोर्ट-
झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभ चुनाव के लिए चुनाव प्रचार चल रहा है। लेकिन सवाल है कि आख़िर बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन बाजी मारेगा या फिर कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया गठबंधन?
चुनाव आयोग हिमंता बिस्वसरमा, मिथुन चक्रवर्ती और योगी आदित्यानाथ जैसे नेताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा? उन्हें नफ़रती और हिंसक चुनाव अभियान चलाने की छूट क्यों दे रहा है?
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मुंबई की 36 विधानसभा सीटों में 25 पर चुनाव लड़ रही है। तमाम राजनीतिक विश्लेषक साबित कर रहे हैं कि यह उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी के लिए चुनौती खड़ी कर सकती है। लेकिन क्या सच इतना ही है। दरअसल, कहानी कुछ और भी है। जानिएः