इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के आख़िरी क्षण में नाम वापस लेने पर क्या बीजेपी को अब बड़ा नुक़सान हो सकता है? सुमित्रा महाजन ने क्यों कहा कि 'लोग कह रहे हैं, वे अब नोटा को वोट डालेंगे'?
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अशोकनगर में खुले आम भ्रष्टाचार हो रहा है, राशन की दुकानों पर भ्रष्टाचार हो रहा है और भू-माफिया जमकर सिर उठा रहा है। एमपी में अपनी ही सरकार पर ऐसा आरोप क्यों?
राहुल गांधी ने इस बार लोकसभा चुनाव के लिए अमेठी को छोड़कर रायबरेली को क्यों चुना? आख़िर रायबरेली से कांग्रेस का ऐसा क्या संबंध रहा है कि राहुल विपक्ष के हमलों का ख़तरा उठाकर वहाँ चले गए?
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए जब से अपना घोषणापत्र जारी किया है तब से प्रधानमंत्री लगातार इसपर हमला बोल रहे हैं। लेकिन पीएम मोदी के बयान विवादों में आ जा रहे हैं। जानिए, आख़िर क्यों उनके बयानों पर विवाद हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की संभावना थी, लेकिन कांग्रेस ने चौंकाने वाले अंदाज में केएल शर्मा को टिकट दे दिया। जानिए, वह कौन हैं और क्या स्मृति ईरानी को टक्कर दे पाएँगे।
यूपी के अमेठी से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर लगाई जा रही तरह-तरह की अटकलों के बीच अब साफ़ हो गया है कि यहाँ से कौन चुनाव लड़ेगा। जानिए, नामांकन के लिए क्या तैयारियाँ हैं।
महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप में फँसे बृजभूषण शरण सिंह का चुनाव में टिकट काटने में भी बीजेपी को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। लेकिन सवाल है कि उनके बेटे को टिकट क्यों दिया?
लोकसभा चुनाव प्रचार में आचार संहिता के उल्लंघन की लगातार होती शिकायतों के बीच चुनाव आयोग ने तेलंगाना के नेता पर कड़ी कार्रवाई की है। जानिए, आख़िर केसीआर पर क्या कार्रवाई हुई।
तेजस्वी यादव ने लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए अपनी सभा में पीएम मोदी के पुराने भाषणों का इस्तेमाल किया। जानिए, आख़िर उन्होंने पीएम मोदी के किस भाषण को सुनाया और लोगों में क्या संदेश देने की कोशिश की।
दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ़्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने ईडी को फटकार लगाई है। जानिए, इसने क्या कहा।
लोकसभा चुनाव के वोटिंग प्रतिशत के फाइनल आँकड़े जारी करने में क्या कुछ मुश्किलें आ रही हैं? आख़िर दस दिन में भी यह आँकड़ा जारी क्यों नहीं किया जा सका है?
1999 में 59.99% मतदान हुआ तो भाजपा ने 182, 2004 में 58% मतदान हुआ तो 138 सीटें जीतीं। 2009 में 58.21% मतदान हुआ तो बीजेपी 116 सीटों पर सिमट गई। 2014 में 66.44% वोटिंग तो बीजेपी को 282 और 2019 में 67.4% वोटिंग हुई तो बीजेपी को 303 सीटें मिलीं।
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए मतदान सात मई को होगा। इसमें 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 95 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग होगी। जानिए, इस चरण में आने वाली बिहार की पाँच सीटों पर किस तरह का है मुक़ाबला।