क्या यूपी तीसरी बार नरेंद्र मोदी की ताजपोशी के लिए तैयार है? क्या हालात पहले जैसे ही रहे? यूपी में क्या भाजपा में अंदरूनी घमासान के बाद स्थिति कमजोर नहीं हुई है?
लोकसभा चुनाव के चार चरण के मतदान पूरे हो गए हैं और अब पाँचवें चरण की वोटिंग सोमवार को है। जानिए, किन राज्यों में कितनी सीटों पर मतदान है और कहाँ कैसी स्थिति रही है।
इस चुनाव में मतदाता बहुत शांत क्यों है? बेहद आक्रामक रहने वाले बीजेपी कार्यकर्ता, समर्थक और हिंदुत्ववादी उतने उत्साहित क्यों नहीं हैं? दस साल में आख़िर ऐसा क्या हुआ? जानिए, इसके पीछे क्या वजह है।
लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों को प्रचार के लिए दूरदर्शन और आकाशवाणी पर जो समय दिया जाता है, उसमें भी विपक्षी दलों के नेताओं के भाषणों पर सेंसर क्यों?
क्या सच में प्रधानमंत्री मोदी हिंदू-मुसलमान नहीं करते हैं? यदि उन्होंने अब ऐसा कर दिया तो क्या वह सच में सार्वजनिक जीवन में नहीं रहेंगे? जानिए, पीएम मोदी ने 24 घंटे में ही ऐसा क्या कह दिया कि उनके बयान पर सवाल उठने लगे।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी इंडिया गठबंधन से अलग और कांग्रेस व वाम दलों के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रही है। चुनाव बाद वह इंडिया गठबंधन को समर्थन देगी या नहीं? जानिए, ममता बनर्जी ने क्या कहा।
क्या लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है और इसका असर शेयर बाज़ार पर पड़ रहा है? क्या चुनाव की अनिश्चितता का भय शेयर बाज़ार को लग रहा है?
बिहार में पाँचवें चरण में होने वाले मतदान में आख़िर किनका पलड़ा भारी रहेगा? जानिए, इस चरण में चिराग पासवान और रोहिणी आचार्य के साथ ही किनकी किस्मत दाँव पर।
क्या उत्तर प्रदेश में बीजेपी के लिए सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था और इस वजह से पार्टी के रणनीतिकार अमित शाह को कमान संभालना पड़ा? जानिए, आख़िर वह यूपी की राजनीति में क्या तिकड़म अपना रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने जब से राहुल गांधी पर यह आरोप लगाया है कि उन्होंने अडानी-अंबानी के ख़िलाफ़ बोलना बंद कर दिया तब से राहुल ने उनके 'टेंपो' वाले बयान पर मोर्चा ही खोल दिया है। जानिए, उन्होंने अब पीएम के बारे में क्या कहा।
महाराष्ट्र के बारामती में जहाँ पर ईवीएम रखी गई हैं वहाँ पर सीसीटीवी बंद होने का बड़ा आरोप लगाया गया है। जानिए, ईवीएम बंद होने पर किस तरह की आशंका जताई जा रही है।
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए मतदान के बीच कुछ जगहों से गड़बड़ियों की भी ख़बरें आई हैं। इसी बीच पुणे शहर के कांग्रेस प्रमुख ने वोटिंग को लेकर बड़ा आरोप लगाया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान दावा कर दिया कि मतदाताओं के एक फ़ैसले से उन्हें 20 दिन बाद जेल नहीं जाना पड़ेगा। जानिए, आख़िर उन्होंने क्या तर्क दिया।