बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से अल्पसंख्यकों की बात भी निकली है। बैठक में पीएम मोदी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि मुस्लिमों के मुद्दे पर अनावश्यक बयानबाजी नहीं की जाए। वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार इसमें मोदी का बदलता रुख देख रहे हैं। उन्होंने अपने अंदाज में इसका विश्लेषण किया है। जानिए उनके विचारः
बीएसपी प्रमुख मायावती ने गठबंधन को लेकर अपनी रणनीति स्पष्ट की है। उन्होंने रविवार को अपने जन्मदिन के मौके पर कहा कि बीएसपी किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेगी और अकेले चुनाव लड़ेगी, चाहे वो विधानसभा चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव हो। मायावती ने ऐसी रणनीति क्यों अपनाई, जानिएः
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । 2024 चुनाव में मुकाबला एकतरफा नहीं होगाः अमर्त्य सेन । अमर्त्य सेन: विरोधी दलों को खारिज करने के लिए पर्याप्त आधार नहीं
यूपी में 14 लोकसभा सीटों को लेकर बीजेपी इतना बेचैन क्यों है। अचानक उसकी तैयारियों में इतनी तेजी क्यों है, जबकि 2024 का आम चुनाव तो अभी दूर है और यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार मजबूती से जमी हुई है। क्या कुछ चल रहा है यूपी में, जानिएः
त्रिपुरा में माकपा और कांग्रेस के साथ आने से अन्य राज्यों और अन्य दलों के लिए भी रास्ता खुल सकता है?एक राज्य में वे भले टकराए पर बाकी जगह साथ आ जाएं. आज की जनादेश चर्चा.
शरद पवार ने राहुल गांधी को लेकर फिर अपना नजरिया साफ़ किया है. राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा जैसे जैसे अपनी मंज़िल की तरफ बढ़ रही है उसका न सिर्फ ज़न समर्थन बढ़ रहा है ब्लकि विपक्ष भी गोलबंद होता नजर आ रहा है. आज की जनादेश चर्चा.
अमित शाह ने क्यों कहा कि राहुल कान खोल कर सुन ले 1 जनवरी को गगनचुंबी राम मंदिर बन कर तैयार हो जायेगा ? 2024 में अप्रैल मई में लोकसभा चुनाव होंगे ? क्या बीजेपी को मोदी सरकार की उपलब्धियों पर भरोसा नहीं है ? क्या राम ही जिता सकते हैं चुनाव?
राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख की घोषणा को लेकर अमित शाह पर हमला करने के लिए खड़गे ने कल अपनी रैली में राम मंदिर का मुद्दा उठाया। खड़गे ने कहा कि क्या अमित शाह पुजारी हैं? इसके तुरंत बाद राजद नेता जगदानंद सिंह ने भी मंदिर का मुद्दा उठाया। मंदिर फिर से क्यों प्रमुख हो रहा है?
तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने भाजपा को कैसे हराया जा सकता है इसपर एक अखबार में लिखा है. क्या विपक्ष इस बड़ी चुनौती के लिए तैयार हो रहा है?आज की जनादेश चर्चा.
बिहार में जब बीजेपी से नाता तोड़कर आरजेडी के साथ सरकार बनाई थी तो नीतीश ने एक तरह से विपक्षी एकता का अभियान छेड़ दिया था, लेकिन उस अभियान का क्या हुआ, क्या उसमें आगे भी कुछ होगा?
2024 चुनाव अभी सवा साल दूर । लेकिन बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है । इतनी जल्दी क्यों ? क्या वो राहुल की यात्रा और विपक्षी एकता को लेकर चिंतित है ? क्या उसे जीत का भरोसा नहीं है ? क्या एंटी इंकंबेंसी का ख़तरा है ?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच अब ख़बर है कि अमित शाह भी इसी महीने कई राज्यों की यात्रा करने वाले हैं। जानिए, उनकी यह यात्रा क्यों है।