प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक मणिपुर में लगातार हो रही हिंसा पर अपनी लंबी चुप्पी का बहाना लेकर आए। याद रखें, जब मणिपुर की सड़कों पर दिनदहाड़े महिलाओं को घुमाया गया और उनके साथ छेड़छाड़ की गई, तब भी उन्होंने एक शब्द भी बोलने की जहमत नहीं उठाई।
अब जब चुनाव नजदीक हैं तो उन्होंने दावा किया है कि सरकार के समय पर हस्तक्षेप से पूर्वोत्तर राज्य में स्थिति को बचाया जा सकता है। इस झूठ का क्या मतलब है?