2023 में कई राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव की वजह से आने वाला डेढ़ साल बेहद अहम है। बीजेपी किस रणनीति के साथ आगे बढ़ेगी और विपक्ष उसे कैसे घेरेगा?
लालू और नीतीश कुमार की सोनिया गांधी से होने वाली मुलाकात को निश्चित रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ने की एक कोशिश माना जा सकता है।
नीतीश कुमार के उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने की सिर्फ चर्चा पर बिहार भाजपा के नेता परेशान हो गए हैं .नीतीश कुमार के यूपी में चुनाव लड़ने से भाजपा के वोट बैंक में भी सेंध लग सकती है और समाजवादी पार्टी के साथ आने से नए समीकरण भी बन सकते हैं .आज की जनादेश चर्चा .
नीतीश कुमार ने कहा है कि विपक्षी दलों की सरकार सत्ता में आई तो सभी पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा मिलेगा .साफ है नीतीश को विपक्षी मोर्चा के सत्ता में आने की उम्मीद है .आज की जनादेश चर्चा .
2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता की सारी कवायद धड़ाम हो गई थी। क्या 2024 के लोकसभा चुनाव में भी विपक्षी दल एक मंच पर नहीं आएंगे। क्या इस बार भी ऐसा ही होगा?
तेजस्वी यादव का यह कहना कि लालू और नीतीश कुमार सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली आएंगे, यह निश्चित रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ने की एक कोशिश है। लेकिन क्या सभी विपक्षी दल एकजुट होंगे?
नीतीश कुमार जहां विपक्षी दलों को एकजुट कर रहे हैं तो राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के जरिये लोगों तक पहुंच रहे हैं। लेकिन यह जानना जरूरी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्या कर रहे हैं।
पिछले एक पखवाड़े से विपक्षी दलों की गतिविधियां मोदी सरकार के लिए चिंता पैदा करने वाली हैं .राहुल गांधी ,नीतीश कुमार से लेकर अरविंद केजरीवाल तक अपने अपने तरीक़े से मोदी को चुनौती दे रहें हैं .ऐसे में अब 24 का चुनाव एकतरफा होगा यह नही लग रहा .आज की जनादेश चर्चा .
ऐसे में जब विपक्षी एकता की कमान संभाले नीतीश कुमार दिल्ली में विपक्षी दलों से मिलजुल रहे हैं, बीजेपी ने भी 2024 के लिए तैयारी शुरू कर दी है। जानिए जेपी नड्डा, अमित शाह की क्या है योजना।
नीतीश कुमार क्या कर रहे हैं दिल्ली में? कॉंग्रेस से लेकर कम्युनिस्ट तक मिल लिए। क्या ममता और केजरीवाल भी मिलेंगे ? विपक्ष 2024 में कैसे देगा मोदी को चुनौती?