यदि कुवैत ने सख़्त निर्णय कर दिया तो उसे देखकर बहरीन, यूएई, सउदी अरब, ओमान, कतर आदि देश भी वैसी ही घोषणा कर सकते हैं। यदि ऐसा हो गया तो 40-50 लाख लोगों को भारत में नौकरियाँ कैसे मिलेंगी?
कुवैत में रह रहे क़रीब 8 लाख भारतीयों को कुवैत को छोड़ना पड़ सकता है। दरअसल, कुवैती लोगों से दोगुने से भी ज़्यादा विदेशी लोगों की जनसंख्या वाले इस देश ने विदेशियों की जनसंख्या कम करने का एक क़ानून लाने की तैयारी की है।