संविधान के मूल ढाँचा का सुप्रीम कोर्ट का सिद्धांत मोदी सरकार को खटकता क्यों है? आख़िर एक के बाद एक बयान संसद की सुप्रीमेसी पर क्यों आ रहे हैं? जानिए, अब क़ानून मंत्री किरेण रिजिजू ने क्या कहा।
चीन से लगती सीमा क्षेत्र में क्या कांग्रेस के समय कुछ भी बुनियादी ढाँचे का विकास नहीं किया गया था? आख़िर बीजेपी सरकार में क़ानून मंत्री किरण रिजिजू ने कांग्रेस सरकार में रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी के एक पुराने बयान वाले वीडियो को साझा कर क्या दावा किया है?
सुप्रीम कोर्ट और सरकार के बीच जंग चल रही है । क़ानून मंत्री अदालत पर जमकर हमले बोल रहे हैं । कभी कोलेजियम के बहाने तो कभी पेंडिंग केसेस को लेकर । यहाँ तक कहा गया कि जजों की नियुक्ति में राजनीति होती है । कोर्ट ने सरकार को आगाह किया है । अब सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट की साख को ख़त्म कर रही है । क्या सरकार ऐसा कर रही है ?
उच्च न्यायपालिका में खाली पदों का मुद्दा आख़िर क्यों लटका है? क्या वजह पता है? और यदि ऐसा है तो इसका समाधान क्यों नहीं हो रहा है? जानिए, क़ानून मंत्री क्या कहते हैं।
जजों की नियुक्ति पर बवाल । क़ानून मंत्री के लगातार बयानों पर सुप्रीम कोर्ट ने चुप्पी तोड़ी । कहाँ ऊँचे पदों पर बैठे लोगों को ऐसा नहीं कहना चाहिये । सरकार और कोर्ट में बवाल क्यों ? आशुतोष के साथ चर्चा विनोद शर्मा, आशीष खेतान, विराज गुप्ता, फ़िरदौस मिर्ज़ा और अशोक बागड़िया ।
सुप्रीम कोर्ट कानून मंत्री किरण रिजिजु के बयान से ख़फ़ा क्यों है उसने क्यों कहा कि सरकार उसके द्वारा सुझाई गई नियुक्तियों को हरी झंडी नहीं दे रही क्या सरकार कॉलेजियम सिस्टम को दरकिनार करके नियुक्तियों का अधिकार अपने हाथों में लेना चाहती है क्या नियुक्तियों के सवाल पर सुप्रीम कोर्ट और सरकार के बीच ठन गई है
भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना और केंद्रीय क़ानून मंत्री के सामने अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को क्यों नसीहत दी? जानिए उन्होंने क्यों कहा कि क़ानून मंत्री पीएम को हिंसा पर बोलने के लिए कहें।
देश के क़ानून मंत्री किरन रिजिजू ने आज लक्ष्मण रेखा वाली टिप्पणी क्यों की जब आज ही सुप्रीम कोर्ट से राजद्रोह क़ानून को लेकर केंद्र सरकार को झटका लगा है?