सैकड़ों साल पुरानी अजमेर शरीफ दरगाह को भी मंदिर बताने के विवाद में अदालत में घसीट लिया गया है। यहां भी दावा ठीक संभल, बनारस, मथुरा विवादों के पैटर्न पर किया गया है। अजमेर शरीफ दरगाह पर हिन्दू-मुसलमान दोनों जाते हैं। भारत के हर प्रधानमंत्री की ओर से यहां उर्स के मौके पर चादर भेजी जाती है। भारत में सूफीवाद को फैलाने वाले महान संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती कौन थे, जानिएः