कर्नाटक चुनाव को लेकर आज कांग्रेस तब हमलावर हो गई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में उस नेता से बात की जिनका बीजेपी ने टिकट काट दिया है। जानिए, कांग्रेस ने इसे भ्रष्टाचार से कैसे जोड़ा।
बीजेपी ने कर्नाटक में एक ऐसे शख्स को टिकट दिया है जो 4000 करोड़ के घोटाले में आरोपी है। सीबीआई ने इस पूर्व अधिकारी के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। बीजेपी ने खुद करप्शन के इस मामले को जोरशोर से उठाया था। इस अधिकारी पर भी बीजेपी ने आरोप लगाए थे। लेकिन बीजेपी ने अब उसी आरोपी को टिकट से नवाजा है।
क्या बीजेपी यूपी और बिहार में अपने आजमाए हुए चुनावी समीकरण को कर्नाटक में अपनाकर चुनावी जीत की आस में है? और क्या वह ऐसा कर पाएगी? जानिए, वह यूपी-बिहार वाला कौन सा फ़ॉर्मूला अपना रही है।
कर्नाटक बीजेपी में बगावत जारी है। पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बीजेपी के प्रत्याशियों की पहली सूची आने के बाद राज्य में बीजेपी नेता, विधायक और कार्यकर्ता जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं।
कर्नाटक चुनाव से पहले क्या बीजेपी की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं? कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री को चुनाव नहीं लड़ने को कहा तो जानिए उन्होंने क्या चेतावनी दी।
गुजरात की जिस कंपनी अमूल ने कर्नाटक में अपने उत्पाद लॉन्च करने की घोषणा की और फिर राजनीतिक घमासान मचा उसको बीजेपी ने खारिज किया है। जानिए आख़िर क्यों कहा कि कांग्रेस ग़लत व झूठ फैला रही है।
कर्नाटक में चुनाव से पहले क्या बीजेपी को झटका लगेगा? गुजरात की कंपनी अमूल के कर्नाटक में प्रवेश का आख़िर राज्य में विरोध क्यों हो रहा है? क्या इस राजनीतिक घमासान से बीजेपी को नुक़सान होगा?
कर्नाटक चुनाव का बिगुल बज चुका है। कर्नाटक दक्षिण भारत की राजनीति का द्वार (गेट) कहा जाता है। बीजेपी के लिए इस राज्य की जीत बहुत अहम है। आइए जानते हैं कि राज्य की सत्तारूढ़ बीजेपी किन मुद्दों पर चुनावी समर में उतरने जा रही है।
कर्नाटक में चुनाव की घोषणा हो गई है और इसके साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है। तो चुनाव में आख़िर किस पार्टी का पलड़ा भारी है? जानिए, पिछले चुनाव में किस दल को क्या मिला था।
कर्नाटक में भ्रष्टाचार के जिस आरोपी बीजेपी विधायक को गिरफ्तारी से पूर्व ज़मानत मिलने पर हीरो जैसा स्वागत किया गया था, उनको आज गिरफ़्तार कर लिया गया। चुनाव से पहले बीजेपी के लिए कितना बड़ा झटका है?
कर्नाटक में जिस बीएस येदियुरप्पा के 'सम्मान' में प्रधानमंत्री मोदी खुद पलक पाँवड़े बिछाए थे उन्हीं वरिष्ठ नेता का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध क्यों किया? क्या कर्नाटक में बीजेपी में अंदरुनी क़लह साफ़ दिखने लगी है?