भारत में अगर मीडिया और लोकतंत्र पर खतरे की बात अगर कही जा रही है तो वो यूं ही नहीं कही जा रही। मोदी सरकार ने चार महीने के अंदर तीसरे विदेशी पत्रकार को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया। संयोग से इनें दो फ्रांस से हैं और एक ऑस्ट्रेलिया से। पिछले साल दिल्ली और अन्य स्थानों पर बीबीसी के दफ्तरों पर पड़े छापों को कोई भूला नहीं होगा। जानिए ताजा मामला क्या हैः