अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान से उसके आख़िरी सैनिक भी लौट गए हैं और उसका 20 साल पहले उस देश में शुरू हुआ अभियान अब ख़त्म हो गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ही आशंका जताई है कि काबुल एयरपोर्ट पर और भी धमाकों की आशंका है। आतंकवादी हमलों और इसकी आशंकाओं ने अफ़ग़ानिस्तान से लोगों को निकालने की प्रक्रिया में अड़चनें पैदा की हैं।
काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमले के लिए दोषियों से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बदला लेने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि वह दोषियों को ढूंढ निकलाएंगे और सबक़ सिखाएँगे। इस हमले में 13 अमेरिकी मारे गए हैं।
अफ़ग़ानिस्तान से निकलने के लिए तय समय सीमा 31 अगस्त के बाद भी अमेरिकी सेना के रुकने के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के संकेत पर तालिबान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उसने कहा है कि देरी होती है तो इसके नतीजे भुगतने होंगे।
अफ़ग़ानिस्तान में अब शासन प्रशासन पर तालिबान का कब्जा हो गया है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफ़ग़ानिस्तान के मसले पर जो बयान दिया, वह उसके नीतिगत बदलाव के संकेत देते हैं।
इज़राइल-फ़लस्तीन के बीच जारी ख़ून-ख़राबे को रोक पाने में नाकामी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना शुरू हो गई है। यह आलोचना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तो हो ही रही है, उनकी अपनी पार्टी के सांसद तक कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बात कर कोरोना से लड़ाई में उनके सहयोग के लिए धन्यवाद कहा और आगे की योजना पर विचार विमर्श किया।
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुतिन को 'हत्यारा’बताया है साथ ही कहा है कि उनको इसकी कीमत चुकानी होगी। जिसके बाद रूस ने अपने अमेरिकी राजदूत को मॉस्को बुला लिया है।
अमेरिकी इतिहास के सबसे नाटकीय चुनाव में डोनल्ड ट्रंप को हरा कर सत्ता में आए 46वें राष्ट्रपति जोसेफ़ बाइडन से दुनिया को ओबामा से भी बड़े और दूरगामी बदलावों की उम्मीदें हैं।
डोनल्ड ट्रंप की जगह जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने से भारत की नरेंद्र मोदी सरकार क्यों सहज नहीं है, सवाल यह भी है कि क्या उसे कमला हैरिस के उप-राष्ट्रपति बनने पर भी खुशी नहीं है?
अमेरिका का बाइडन प्रशासन डोनाल्ड ट्रंप की अफ़ग़ान-नीति पर अब पुनर्विचार करनेवाला है। वैसे तो ट्रंप प्रशासन ने पिछले साल फ़रवरी में तालिबान के साथ जो समझौता किया था, पर इसका सफल होना कठिन है।
अमेरिका के छियालीसवें राष्ट्रपति जो बाइडन ने डोनल्ड ट्रंप द्वारा लिए गए अटपटे और विध्वंसकारी फ़ैसलों को उलटकर जता दिया है कि वे ट्रंप युग की कड़वी यादों को दफ़्न करना चाहते हैं।
बीस जनवरी, मंगलवार की रात लगभग सवा दस बजे जब भारत के नागरिक सोने की तैयारी कर रहे थे, वाशिंगटन में दिन के पौने बारह बज रहे थे। यही वह क्षण था जिसकी अमेरिका के करोड़ों नागरिक रात भर प्रतीक्षा कर रहे थे।