बिहार में छाये सियासी संकट के बीच सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को फोन किया है। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने जीतन राम मांझी को इंडिया गठबंधन में शामिल होने का आमंत्रण दिया है।
बिहार में बार-बार पलटी मारने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कोई जवाब नहीं। 2022 में वो जिससे नाखुश थे, 2024 में उनसे वो खुश हैं। लेकिन उनकी खुशी-नाखुशी का पैमाना बदलता रहता है। वरिष्ठ पत्रकार शैलेश की बिहार की राजनीति पर बहुत नजदीक से नजर रहती है। वो नीतीश के गुस्से को समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
नीतीश कुमार के पाला बदलने की अटकलों के बीच अब चर्चा है कि कांग्रेस के विधायकों में टूट हो सकती है। कांग्रेस के बिहार विधानसभा में 19 विधायक हैं। सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस के 10 विधायकों को तोड़ने की कोशिश में जेडीयू लगा हुआ है।
महागठबंधन की सरकार बचाने और नीतीश कुमार के भाजपा के पाले में जाने की अटकलों के बीच खबर है कि लालू यादव ने शुक्रवार की शाम सीएम नीतीश कुमार को कई बार फोन किया लेकिन उन्होंने फोन रिसिव नहीं किया।
इस समय पूरे मीडिया जगत में यही सवाल तैर रहा है कि क्या नीतीश कुमार पलटी मारकर एक बार फिर एनडीए में जाएंगे लेकिन कोई यह सवाल नहीं कर रहा कि नीतीश कुमार के लिए अपना दरवाजा बंद करने की घोषणा करने वाली भारतीय जनता पार्टी पलटी मारेगी?
बिहार में सत्ता परिवर्तन की अटकलें और इसको लेकर राजनीति तेज हो गई हैं। इस बीच राजद सुप्रीमों लालू यादव ने अपनी पार्टी को इस संकट से उबारने के लिए खुद कमान संभाल ली है। राजद कोशिश कर रहा है कि नीतीश के पाला बदलने पर वह अपनी सरकार बनाने में कामयाब हो जाए।
बिहार में महागठबंधन की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है। अब अटकले लगाई जा रही हैं कि शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार राजद से नाता तोड़ कर वापस भाजपा के पाले में जा सकते हैं।
बिहार की राजनीति में सत्ता परिवर्तन को लेकर एक बार फिर से है चर्चाओं का बाजार गर्म है। इस बदलते घटनाक्रम के बीच गुरुवार की रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दिल्ली स्थित आवास पर बिहार भाजपा के प्रमुख नेताओं की एक बैठक हुई।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार मंगलवार को अचानक राजभवन पहुंच कर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की है। नीतीश कुमार की राज्यपाल से हुई इस मुलाकात ने बिहार की राजनीति में अटकलों के बाजार को गर्म कर दिया है।
नीतीश की महत्वाकांक्षा इंडिया गठबंधन को ले न डूबे । जेडीयू के के सी त्यागी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला । कांग्रेस जल्दी नहीं कर रही है और समय निकलता जा रहा है । कनवीनर पर बोले खडगे का बयान ठीक नहीं है । क्यों जेडीयू ने किया हमला ? क्या इससे इंडिया की छवि खराब नहीं हो रही है ? ऐसे तो टूट जायेगी
इंडिया गठबंधन में फ़ैसले लेने में देरी क्यों हो रही है? क्या संयोजक की नियुक्ति और सीट बँटवारे पर फ़ैसला जल्द लिए जाने से नुक़सान नहीं हो रहा है? जानिए, जेडीयू क्यों कांग्रेस पर दोष मढ़ रहा है।
बिहार में सीटों को लेकर कांग्रेस ने जेडीयू और आरजेडी के साथ दिल्ली में औपचारिक बातचीत की। लेकिन बातचीत के बाद किसी भी तरह का ऐलान नहीं हुआ। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को 5 सीटें बिहार में दी जा रही हैं, लेकिन कांग्रेस कम से कम 9 सीटें मांग रही है। इस तरह यह कहा जा सकता है कि बातचीत सिरे नहीं चढ़ी।