अब शिवसेना मोदी के निशाने पर आ गई है .शिवसेना का जो भी नेता मुखर हुआ वह केंद्रीय एजंसियों के जरिये घेर लिया जा रहा है .ताजा उदाहरण संजय राउत का है .आज की जनादेश चर्चा इसी पर .
मोदी ऐसे करिश्माई नेता जो चौबीस घंटे में सिर्फ कुछ घंटे आराम करते हों उनका मुकाबला विपक्ष का कौन नेता कर सकता है ?क्या कोई नेता है ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर
बाबा रामदेव ने सस्ते पेट्रोल की बात कही थी सत्ता बदलने पर .इसी मुद्दे पर एक पत्रकार के सवाल पूछने पर बाबा भड़क गए .क्या वादा था ,क्या सपना दिखाया और क्या हो रहा है .आज की जनादेश चर्चा इसी पर .
प्रशांत किशोर ने राजनीतिक क्षमता के आकलन के आधार पर दावा किया है कि भाजपा से मुकाबला करने में केजरीवाल को बीस साल लगेंगे .विधायकों की संख्या के आधार पर भी केजरीवाल कांग्रेस तक से बहुत पीछे हैं .आज की जनादेश चर्चा इसी पर .
जिस राज्य में चुनाव होने वाला होता है उस राज्य में कट्टरपंथी अपना एजंडा लेकर आ जाते हैं .अन कर्नाटक की बारी है .वहां भाजपा के ही नेता ने इन कट्टरपंथी ताकतों को आड़े हाथों लिया है .आप भारत में अगर भेदभाव करेंगे तो दूसरे देशों में क्या इसकी प्रतिक्रिया नही होगी .आज की जनादेश चर्चा .
योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ली .योगी के साथ मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी शपथ ली .इस बार भी सोशल इंजीनियरिंग का ध्यान रखते हुए चौबीस के लोकसभा चुनाव का भी ध्यान रखा गया है .आज की जनादेश चर्चा इसी पर .
कपिल सिब्बल अब गांधी परिवार से मुक्ति चाहते हैं .तो कांग्रेस के सारे बागी नई कांग्रेस क्यों नही बना लेते .इंदिरा गांधी ने तो यही किया .फिर ममता बनर्जी ,शरद पवार से लेकर एनडी तिवारी ने भी अलग पार्टी बनाई .फिर सिब्बल ,आजाद ,आनंद शर्मा से लेकर आजाद तक एक नई पार्टी क्यों नही खड़ी कर लेते .आज की जनादेश चर्चा .
सीएसडीएस के आंकड़ों ने जाट से लेकर ब्राह्मण मतदाताओं के रुख को साफ कर दिया है .इनका ज्यादातर वोट भाजपा को मिला .न किसान आंदोलन का कोई असर दिखा जाट बिरादरी पर न ही ब्राह्मण नाराज था .आज की जनादेश चर्चा इसी पर .
विधान सभा चुनाव के नतीजे भाजपा की सरकार बना रहे हैं .गोरखपुर के गोरखनाथ मठ में आज ही होली मनाई जा रही है .योगी फिर मुख्यमंत्री बनने जा रहें है .यह करिश्मा कैसे हुआ ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर
उत्तर प्रदेश में मतदान हो गया है .अब एक्जिट पोल के रुझान आने शुरू हो गए है .कई सर्वे और भी हुए हैं .अक्सर ये सर्वे और अनुमान गलत भी साबित होते हैं पर कई बार कुछ संकेत भी देते हैं .आज की जनादेश चर्चा इसी पर