केंद्र सरकार ने शनिवार को हाईकोर्ट में कहा कि जनगण मन और वंदे मातरम का दर्जा बराबर का है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट बहुत पहले ही कह चुका है कि संविधान ने सिर्फ जनगण मन को राष्ट्र गान के रूप में मान्यता दी है।
क्या आपको पता है कि रवींद्रनाथ टैगरो का जन गण मन कई पैराग्राफ में लिखी कविता है, जिसका एक छोटा रूप ही राष्ट्र गान के रूप में स्वीकार किया गया? यहाँ पढ़े, मूल राष्ट्र गान।