जहांगीरपुरी साम्प्रदायिक हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने पांच लोगों पर मंगलवार को एनएसए लगा दिया। सभी एक ही समुदाय से हैं। इसमें अंसार नामक वो युवक भी है, जिसे आम आदमी पार्टी बीजेपी नेता बता रही है, जबकि बीजेपी वाले उसे आप का नेता बता चुकी है।
देश भर में दंगों और उपद्रवों वाले माहौल का अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ सकता है? क्या पहले से ही चरमरा रही अर्थव्यवस्था इससे ध्वस्त हो सकती है? जिस राह पर देश को हाँका जा रहा है वह आम नागरिकों से लेकर उद्योग-धंधों तक पर क्या असर डालेगा? क्या मोदी सरकार इस ख़तरे को समझ पा रही है या फिर हिंदू राष्ट्र की ज़िद में भारत को बदहाली और अराजकता की ओर धकेल रही है?
दिल्ली में जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की आलोचना क्यों की जा रही है? जानिए ट्विटर पर यूज़रों ने दिल्ली पुलिस को लेकर कैसे-कैसे सवाल खड़े किए।
दिल्ली की जहांगीरपुरी साम्प्रदायिक हिंसा मामले में गिरफ्तार अंसार को दिल्ली पुलिस ने मुख्य आरोपी बताया है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि अंसार आम आदमी पार्टी का नेता है। इसके जवाब में आम आदमी पार्टी ने मंगलवार शाम को आरोप लगाया कि दरअसल, अंसार बीजेपी का नेता है। उन्होंने उसके कई फोटो भी ट्वीट किए हैं।
हाल में जिस तरह की हिंसा की घटनाएँ हो रही हैं उसके लिए कौन ज़िम्मेदार है? आख़िर दिल्ली में जहाँगीरपुरी हिंसा या फिर रामनवमी हिंसा पर प्रधानमंत्री क्यों चुप हैं?
विश्व हिन्दू परिषद ने धमकी दी है कि अगर दिल्ली पुलिस ने उसके किसी कार्यकर्ता को पकड़ा तो वीएचपी आंदोलन करेगी। वीएचपी की इस धमकी के बाद दिल्ली पुलिस ने अपने प्रेस नोट से बजरंग दल और वीएचपी का नाम हटा दिया। पुलिस ने कहा था कि जहांगीरपुरी में बिना अनुमति शोभा यात्रा निकाली गई थी।
जहांगीरपुरी में हुआ क्या? दो शोभायात्राएं निकलीं और शांति रही, फिर तीसरी पर पथराव क्यों? शोभायात्रा की इजाज़त किसने दी थी और किसने ली? दिल्ली पुलिस क्या एक ही तरफ देख रही है? दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल चुप क्यों हैं? आलोक जोशी के साथ सबा नकवी,नीरेंद्र नागर, सतीश के सिंह
दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा को निकालने की अनुमति नहीं दी थी। उसने इस मामले में विश्व हिन्दू परिषद के नेता को सोमवार शाम को पूछताछ के लिए तलब किया। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई से साबित हुआ कि उस इलाके में शोभा यात्रा बिना अनुमति निकाली गई थी। हालांकि इससे पहले पुलिस ने ही कहा था कि शोभा यात्रा को अनुमति दी गई थी। इस तरह सत्य हिन्दी के इस सवाल का जवाब पुलिस ने दे दिया है कि न तो शोभा यात्रा को अनुमति थी और न ही उसके रूट मैप को।
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस पर तमाम सवाल खड़े हो रहे है। लोग उसके रवैए से नाखुश हैं। सत्य हिन्दी ने तमाम घटनाक्रम, सामने आए वीडियो और लोगों के बयान के मद्देनजर केंद्र सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं।
जहांगीरपुरी में हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस सुबूतों को इकट्ठा कर रही है और हिंसा में शामिल अभियुक्तों की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है।
दिल्ली में जहाँगीरपुरी हिंसा को रोकने की ज़िम्मेदारी क्या अमित शाह की नहीं थी? इस सवाल पर अब अमित शाह के विरोधी नहीं, बल्कि दक्षिणपंथी ही उनको हटाने की मांग क्यों कर रहे हैं?
दिल्ली में जहांगीरपुरी हिंसा पर तंज कसते हुए एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा।