महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर प्रदर्शन के दौरान प्रियंका गांधी आक्रामक दिखीं। जानिए, पुलिस बैरिकेडिंग के ऊपर से उनके पार करने पर कांग्रेस ने क्या कहा।
महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस प्रदर्शन क्यों कर रही है? क्या देश में महंगाई है? बीजेपी सांसद ने क्यों कहा था कि महंगाई कहीं पर है ही नहीं? जानिए, सच क्या है।
महंगाई सिर्फ विपक्ष को दिखती है जनता को नहीं। महंगाई है कहां? यूपीए के दौर में तो इससे बहुत ज्यादा महंगाई थी? दुनिया के दूसरे देशों को देखो वहां हमसे ज्यादा महंगाई है। यह सब कहना है सरकार का। लेकिन क्या कहता है अर्थशास्त्र का? अर्थशास्त्री प्रोफेसर अरविंद मोहन से आलोक जोशी की बातचीत।
महंगाई क्यों बढ़ी, जीएसटी की दर क्यों बढ़ाई, विकास दर कम क्यों है? अर्थव्यवस्था से जुड़े ऐसे सवालों पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण राजनीतिक भाषण क्यों देने लगीं? जानिए, क्या है वजह।
लंबे इंतजार के बाद संसद में महंगाई पर चर्चा हुई। लेकिन सरकार ने कहा सब चंगा सी। तो फिक्र की कोई बात नहीं है? या सरकार सब संभाल लेगी? अर्थशास्त्री संतोष मेहरोत्रा से आलोक जोशी की बात।
केंद्र सरकार ने बढ़ती महंगाई के बचाव में संसद में पुराने तर्क ही पेश किए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ग्लोबल एजेंसियों ने भारत को तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया है। हमारा देश मंदी का शिकार नहीं होगा। कांग्रेस ने इन तर्कों को स्वीकार नहीं किया।
एक साथ 19 राज्यसभा सांसद सस्पेंडेड। संसद से सडक तक सरकार को घेरने की कोशिश। महंगाई पर चर्चा की माँग। उधर सोनिया से पूछताछ और मंहगाई पर कांग्रेस का प्रदर्शन। राहुल हिरासत में। क्यों है विपक्ष हमलावर। आशुतोष के साथ चर्चा में जावेद अंसारी, शरद गुप्ता, विजय
त्रिवेदी, पंकज श्रीवास्तव और अश्विनी शाही।
जीएसटी परिषद ने आज से दूध, चावल, दही और अन्य आवश्यक वस्तुओं जैसे आटा, पैकेज्ड आइटम, अस्पताल के बिस्तर, कटलरी सोलर हीटर पर जीएसटी दर में वृद्धि की है। आर्थिक बोझ के बीच अचानक क्यों लिया गया यह फैसला? आम आदमी पर इसका क्या असर होगा?
मोदी सरकार ने भारी महँगाई के बीच खाने-पीने की चीज़ों पर जीएसटी क्यों लगाया? क्या वह पूरी तरह से बेरहम हो गई है? एक ओर कार्पोरेट को छूट और दूसरी तरफ आम जनता से लूट क्यों? आटा और दूध जैसे उत्पादों पर जीएसटी से क्या आम लोगों की कमर नहीं टूट जाएगी?
18 जुलाई से ट्रेटा पैक में बिकने वाली दही, लस्सी, बटर समेत तमाम खाने-पीने की चीजों पर जीएसटी लगने जा रहा है। अभी तक दही, लस्सी, बटर जीएसटी के दायरे से बाहर थे। गुड़ जैसी चीज को भी जीएसटी के दायरे में लाया गया है। हालांकि गुड़ की पैकिंग किसान नहीं करता है। जीएसटी की वसूली इन्हें पैक करके बेचने वाली कंपननियों से होगी तो जाहिर है कि ये सारी चीजें अब महंगी होने जा रही हैं।
असम में एक शख्स ने नुक्कड़ नाटक के दौरान शिव की ड्रेस पहन ली, इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सोशल मीडिया पर जब लोगों ने असम सरकार और असम पुलिस की निन्दा की तो मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को भी बात समझ में आई और उन्होंने पुलिस की खिंचाई की। अब उस शख्स को जमानत पर छोड़ दिया गया है।
बढ़ती महंगाई क्या भारत के आर्थिक विकास की गति को धीमी कर रही है? बढ़ती महंगाई जैसे मुद्दों के बीच विश्व बैंक ने भारत के आर्थिक विकास अनुमान को आख़िर क्यों घटाया?