भारत एक बार फिर चीन के विस्तारवादी इरादों का सामना कर रहा है। दोनों देशों के बीच सीमा पर ज़बर्दस्त तनाव के हालात बने हुए हैं। 1962 के लिये नेहरू ज़िम्मेदार तो 20 सैनिकों की मौत की ज़िम्मेदारी क्या नरेंद्र मोदी की नहीं है?
प्रधानमंत्री मोदी ने आख़िरकार लद्दाख में चीनी सेना की घुसपैठ और गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच हिंसक झड़प पर चुप्पी तोड़ी। उन्होंने आज कहा कि भारतीय सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
लद्दाख में चीनी सेना की घुसपैठ और गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच हिंसक झड़प में 20 जवानों के शहीद होने के मामले में प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
लद्दाख के गलवान इलाक़े में भारतीय और चीनी सेना के हिंसक झड़प में जवानों के शहीद होने पर आज पहली बार बयान आया है। उन्होंने कहा है कि जवानों की शहादत दुखद और पीड़ादायक है।
लद्दाख में चीनी घुसपैठ और बड़ी संख्या में सैनिकों के हताहत होने को लोकर राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री क्यों छिप रहे हैं?
भारत और चीन के सैनिकों की बीच हुई मुठभेड़ और उसके कारण हताहतों की ख़बर ने देश के कान खड़े कर दिए। इस मुठभेड़ में 20 भारतीय फ़ौजी मारे गए और माना जा रहा है कि चीन के चार या पाँच फ़ौजी मारे गए।
लद्दाख की गलवान घाटी में तीन भारतीय जवानों के शहीद होने पर देश में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। सोशल मीडिया पर नेताओं और लोगों ने शहीदों को नमन किया, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने सरकार को सफ़ाई देने को कहा है।
The Vijai Trivedi Show: चीन की घुसपैठ के पीछे क्या है उद्देश्य? क्यों चीन के नाम पर भारत सरकार ने साध ली है चुप्पी? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी (Vijai Trivedi) के साथ पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान ख़ुर्शीद (Salman Khurshid) की ख़ास चर्चा। Satya Hindi
तनाव सिर्फ़ लद्दाख में ही नहीं था, बल्कि चीन से लगती हुई सीमा के सभी तीनों सेक्टरों में इसका असर दिख रहा था। सभी तीनों सेक्टरों में भारत और चीन के सैनिकों में हलचल थी।
ऐसे समय जब भारत और चीन की सीमा पर तनाव है और लद्दाख में दोनों देशों की सेनाएं बिल्कुल आमने-सामने खड़ी हैं, चीन ने हॉवित्ज़र तोपों की नई खेप अपनी सेना में शामिल की है।