क्या भारत की सख़्ती के बाद अब चीन ने भारतीय छात्रों को पढ़ने के लिए चीन में लौटने को मंजूरी दी है? जानिए, भारत ने चीनी रवैये के ख़िलाफ़ क्या क़दम उठाया था।
भारत ने चीनी नागरिकों के पर्यटन वीजा को निलंबित करने जैसा क़दम क्यों उठाया? क्या यह इसलिए है कि चीन में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की समस्या नहीं सुनी जा रही है?
गलवान में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के रिश्ते खराब हुए हैं। देखना होगा कि चीनी विदेश मंत्री के भारत दौरे के बाद क्या दोनों के रिश्ते फिर से बेहतर होते हैं।
भारत ने बहुत साफ शब्दों में चीन को चेतावनी दी है। भारत ने कहा कि अगर सीमा पर शांति बहाल नहीं होती है तो दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध पहले जैसे नहीं रहेंगे।
चीन भारत के साथ जिस तरह पेश आ रहा है, वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुली गुंडागर्दी है। उसने काफी वर्षों से हमारी जमीन पर कब्जा कर रखा है और अब पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक में भारतीय सैनिकों पर हमला करने वाले को मशालची बनाकर भेज रखा है। पूरा लेख पढ़िए।
गलवान संघर्ष में पकड़े गए चीनी सैनिक को पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक में मशालची बनाने का भारत ने विरोध किया है। भारत ने आज कहा कि वो अपने दूत को उद्घाटन समारोह में नहीं भेजेगा।
भारत-चीन संबंधों में जो थोड़ा बहुत सुधार हुआ है क्या वह चीन का दिखावा मात्र है? अरुणाचल प्रदेश में नियंत्रण रेखा के पास बड़ी संख्या में चीनी सैनिक क्यों आए? जानिए क्या हुआ झड़प में।
लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के अलावा 76 सैनिक घायल भी हुए थे। इसमें से 18 जवानों की हालत स्थिर बताई गई है।
चीन ने बंधक बनाए गए भारत के एक लेफ़्टिनेंट कर्नल और 3 मेजर सहित 10 सैनिकों को रिहा किया है। यह रिहाई गुरुवार शाम को हुई। इन सभी को लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में बंधक बना लिया गया था।
चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिक कैसे शहीद हो गए और वहाँ किस तरह का घटनाक्रम चला, इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है। आख़िर वहाँ हुआ क्या था?