अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा है कि उनका देश यूरोप से सैनिकों की कटौती करके एशिया में तैनात करेगा। उसके मुताबिक भारत के साथ टकराव और चीन के बढ़ते ख़तरे को देखते हुए ऐसा करना ज़रूरी है। सवाल ये उठता है कि क्या भारत को इससे खुश होना चाहिए? क्या ऐसा करके अमेरिका भारत को सैन्य मदद देने का भरोसा दे रहा है? पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण।