प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को लेह पहुंचने पर चीन ने प्रतिक्रिया दी है। ड्रैगन ने कहा है कि तनाव को कम करने के लिए भारत के साथ बातचीत जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर कि भारत की सीमाओं में कोई घुसपैठ नहीं हुई है, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर जोरदार हमला बोला है।
लद्दाख की गलवान घाटी में पिछले क़रीब 7 हफ़्ते से जो चीन की आक्रामकता दिख रही है उसकी शुरुआत, दरअसल, काफ़ी पहले ही हो गई थी। इसके संकेत पिछले साल अगस्त में ही मिलने लगे थे।
चीन के साथ सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को लेह पहुंचे। प्रधानमंत्री ने लेह में देश के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और सिंधु नदी के तट पर स्थित निमू इलाक़े में सैनिकों के साथ बातचीत भी की।
India China Border tension: चीनी घुसपैठ में क्या मोदी की नासमझी रही बड़ी वजह? देखिए भारत-चीन सीमा विवाद पर स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव के साथ वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की ख़ास चर्चा। Satya Hindi
भारत चीन सीमा विवाद के बीच चीन ने 20 हज़ार सैनिक एलएसी पर तैनात कर दिए हैं और सीमा से क़रीब एक हज़ार किलोमीटर दूर शिनजियांग में 10-12 हज़ार सैनिक पूरी तरह तैयार हैं।
टिक टॉक सहित 59 चीनी मोबाइल ऐप को प्रतिबंधित किए जाने के बाद अब टिक टॉक ने कहा है कि सरकार ने उसे स्पष्टीकरण देने के लिए बुलाया है। सवाल है कि जिस क़दम को चीन के लिए करारा जवाब बताया जा रहा है तो सफ़ाई देने के लिए क्यों बुलाया गया?Satya Hindi