भारत-चीन के बीच सीमा विवाद और तनाव तो पहले से ही है, बीजिंग ने एक नया मोर्चा खोल दिया है। चीन ने उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे के पार अपने एक बटालियन सैनिकों को उतार दिया है।
भारतीय ज़मीन पर चीनी क़ब्ज़े पर अब तक झूठ बोलने वालों को राहुल गाँधी ने अब राष्ट्र-विरोधी बताया है। राहुल गाँधी ने कहा चीनियों द्वारा भारतीय भूमि पर क़ब्ज़ा किए जाने को छिपाना व उन्हें इसे लेने की अनुमति देना राष्ट्र-विरोधी है।
अब तक के संकेत यही हैं कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच वार्ता में भारी गतिरोध पैदा हो गया है और चीनी सेना ने संघर्ष के इलाक़ों से अपने सैनिकों को और पीछे हटाने से साफ़ इनकार कर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जिस '56 इंच का सीना' की छवि को गढ़ा क्या चीन उसी छवि से भारत को मात दे रहा है? क्या प्रधानमंत्री की यही '56 इंची' छवि भारत की सबसे बड़ी कमज़ोरी बन गई है? कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने कुछ ऐसे ही आरोप लगाए हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह क्यों कह रहे हैं कि लद्दाख़ पर चीन से बातचीत का किस हद तक हल निकलेगा इसकी कोई गारंटी नहीं। वरिष्ठ पत्रकार हरि कुमार बता रहे हैं चीन का इरादा क्या है?
चीन के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए जारी वार्ता के बीच लेह पहुँचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि बातचीत से हल निकल जाना चाहिए लेकिन वह इसकी कोई गारंटी नहीं दे सकते हैं कि इसका समाधान किस हद तक निकलेगा।
भारत चीन सैन्य कमांडरों के बीच मंगलवार को १५ घंटे की लंबी बैठक चली। सेवानिवृत्त लेफ़्टिनेंट जनरल डी एस हुडा ने स्मिता शर्मा से कहा अगर युद्ध के हालात बने तो भारतीय सेना पूरी तरह तैयार है। उनके मुताबिक़ चीन ने भारत की ज़मीन पर बाक़ायदा क़ब्ज़ा कर रखा है।