हिंदू की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई और बेटे ने कथित रूप से उनकी चिता को आग देने से इनकार कर दिया। स्थानीय संगठन से जुड़े मुसलिम युवकों ने अंतिम संस्कार किया और चिता को आग भी दी।
60 साल के एक हिंदू व्यक्ति की मौत हो गई। कोरोना के ख़ौफ़ से अपना भाई और भतीजे भी नहीं आए। लॉकडाउन की वजह से कोई रिश्तेदार भी नहीं आ सका। तब 10 मुसलिम युवा आगे आए और उनका अंतिम संस्कार कराने में मदद की।
1857 स्वतंत्रता संग्राम की 163वीं सालगिरह है। 10 मई 1857, दिन रविवार को छिड़े भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में देश के हिंदुओं, मुसलमानों और सिखों ने मिलकर विश्व की सबसे बड़ी साम्राज्यवादी ताक़त को चुनौती दी थी।
साल 2020 की फ़रवरी में हुए दिल्ली के हालिया दंगे को देख कर कलेजा मुँह को आता है। दंगों का ज्वार थमने के बाद मीडिया और पुलिस का रवैया भी कुछ ठीक नहीं है।