राहुल गांधी ने लोकसभा में मोदी सरकार पर ज़ोरदार हमला बोला । उन्होने आरोप लगाया कि अडानी को मोदी सरकार का वरदान प्राप्त है और यही कारण है कि पिछले नौ सालों में उन्होंने अविश्वसनीय प्रगति की है ? क्या राहुल वाक़ई में अड़ानी को मुद्दा बनाने में कामयाब हो रहे हैं?
अडानी के शेयरों में सुधार के आसार। लेकिन संसद में राहुल का मोदी सरकार पर ज़ोरदार हमला। क्या बाज़ार में अडानी की मुश्किलें खत्म हो गई हैं? और क्या अब अडानी कांड पर राजनीति तेज़ होगी? आलोक जोशी के साथ राजीव रंजन सिंह और राजनीतिक विश्लेषक।
राहुल गांधी ने आज संसद में अडानी पर सीधा हमला बोला और मोदी सरकार को घेरा. राहुल के इस हमले के साथ ही यह मुद्दा राजनीति के केंद्र में आ गया है. आज की जनादेश चर्चा.
राहुल ने ऐसा क्या कह दिया जिससे सरकार बौखला गई है? क्या राहुल ने ग़लत सवाल किया कि अडानी मोदी राज में 609 वें स्थान से दूसरे नंबर के दौलतमंद कैसे बन गए? क्या उनका पूछना ग़लत था कि दूसरे देशों में मोदी के कहने पर ठेके मिले? क्या राहुल का ये बताना मोदी के मंत्रियों को चुभ गया कि मोदी और अडानी में क्या संबंध हैं? सरकार उनके सवालों का जवाब देने के बजाय पलटवार क्यों कर रही है?
पिछले कुछ दिनों से अडानी के जिन शेयरों में तेजी से गिरावट की वजह से निचला सर्किट लग रहा था उनमें आज ऐसा क्या हो गया कि तेजी की वजह से ऊपरी सर्किट लगने लगा?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । तुर्की में भीषण भूकंप, 2300 मौतें, भारत मदद भेज रहा । अडानी केस : LIC, SBI के निवेश पर गोयल- सरकार ज़िम्मेदार नहीं
अडानी समूह ने खुद को क्लीन चिट देने के लिए पूरा ज़ोर लगा लिया है। लेकिन शेयरों में गिरावट जारी है। उधर बाबा रामदेव की पतंजलि में भी गिरावट शुरू हो गई है। आखिर ये क्या संकेत देते हैं?
अडानी मामले पर विपक्ष हमलावर है । संसद फिर नहीं चली । सड़क पर कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है । उधर, शेयर बाज़ार में भी झटका लगता रहा ? क्या ये मोदी के लिये गले की हड्डी बन गया है ! आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद शर्मा, प्रिया सहगल, पूर्णिमा त्रिपाठी, राजीव रंजन सिंह और शिवकांत ।
मोदी सरकार अडानी कांड की जाँच क्यों नहीं करवाना चाहती है? क्या वह अडानी को बचाने के लिए जाँच से मुकर रही है? क्या वह डरी हुई है कि जाँच से और भी घोटाले सामने आ सकते हैं? बीजेपी और संघ परिवार विपक्षी दलों को बदनाम करने में क्यों लगे हुए हैं?
अडानी कांड पर भारी हंगामे और दस लाख करोड़ से ज्यादा स्वाहा होने के बाद भी सेबी कहां है? सूत्रों से खबर आई है कि सेबी विदेशी निवेशकों की शिनाख्त कर रहा है। लेकिन ऐसा कैसे हो पाएगा? इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट राजीव रंजन सिंह के साथ आलोक जोशी
अडानी समूह विवाद के मामले में अब क्या ख़बर की जगह बयान परोसे जा रहे हैं? जानिए, एसबीआई ने जो अडानी समूह को 27,000 करोड़ रुपये दिए हैं उसको लेकर क्यों सवाल उठ रहे हैं।
क्या अडानी कांड में साज़िश का शोर मोदी और उनकी सरकार को बचाने के लिए मचाया जा रहा है? साज़िश का शोर मचाने वाले कौन हैं? क्या अडानी को डुबाने के पीछे कोई साज़िश हो सकती है? अडानी के ख़िलाफ़ साज़िश कौन करेगा और क्यों करेगा? क्या हिंडनबर्ग रिसर्च शार्ट सेलर को अमेरिका ने अडानी के पीछे लगाया है?
अडानी पर राहुल गांधी लगातार तीखे हमले कर हैं । लेकिन जब से ये मामला सामने आया है तब के वो चुप हैं ? क्यों ? उधर सेबी ने पहली बार मुँह खोला है । वित्त मंत्री भी बोली लेकिन किसी ने अडानी का नाम नहीं लिया । क्यों ?
अडानी पर अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) भी अडानी के साथ खड़ा हो गया है। उसके मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने खुलकर उन लोगों को घेरा है जो अडानी को लेकर सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। आमतौर पर संघ ऐसे विवादास्पद आर्थिक मामलों में हाथ नहीं सेंकता है। आखिर कुछ तो इसका मतलब है।
अडानी मामले में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज शनिवार को पहला बयान दिया। निर्मला ने कहा कि अडानी को एलआईसी और एसबीआई सहित तमाम बैंकों ने नियमों का पालन किया है।