क्या महाराष्ट्र जैसी राजनीतिक उथल-पुथल की आशंका अब झारखंड में है? आख़िर हेमंत सोरेन की दिल्ली में अमित शाह से मुलाक़ात के बाद कई तरह के कयास क्यों लगाए जा रहे हैं?
बीजेपी नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मुश्किल में डाल दिया है? यदि चुनाव आयोग ने आरोपों को सही पाया और वह अयोग्य साबित होते हैं तो सरकार की परेशानी बढ़ेगी?
क्या झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार में सबकुछ ठीक नहीं है। कांग्रेस विधायकों में मंत्री के पद को लेकर दरार की ख़बरें क्यों आ रही हैं? क्या सरकार पर कोई संकट के संकेत हैं।
क्या झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के प्रयास चल रहे हैं? पिछले दो दिनों में कम से कम दो घटनाक्रम ऐसे हुए जिससे इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कोलेबिरा के विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी ने भी आरोप लगाया है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। हेमंत सोरेन : केन्द्र ने हमें अपने हाल पर छोड़ा न रखा है। कोरोना: कमलनाथ के ख़िलाफ़ FIR, अफवाह फैलाने का आरोप। देखिए सुबह तक की ख़बरें -
प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के एक ट्वीट से बवाल मच गया। उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मन की बात की, बेहतर होता कि वह काम की बात सुनते भी'।
औरैया हादसे में मारे गए प्रवासी मज़दूरों और घायलों के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। मरने वाले लोगों के शवों और घायलों को एक खुले ट्रक में लादकर झारखंड के लिए भेज दिया गया।
हेमंत सोरेन ने रविवार को झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ले ली। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राजधानी राँची के मोराबादी मैदान में शपथ दिलाई।
ताज़ा रुझानों में झारखंड मुक्ति मोर्चा की अगुआई वाले महागठबंधन को बहुमत मिल गया है। सवाल यह उठता है कि क्या हेमंत सोरेन के सिर मुख्यमंत्री का ताज सजेगा?
समझौते में जेएमएम को 43, कांग्रेस को 31 और आरजेडी को सात सीटें दी गई है। यह भी तय कर लिया गया है कि हेमंत सोरेन गठबंधन की तरफ़ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।