सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में हेट स्पीच पर देश के नेताओं और राजनीतिक दलों को तमाम नसीहतें दी हैं। इससे पहले यूएन महासचिव गुटारेस भारत में आकर इसी मुद्दे पर नसीहत देकर गए थे। अंधे राष्ट्रवाद के दौर में क्या ऐसी नसीहतें देने वालों को भारत विरोधी साजिशकर्ता मान लिया जाए, इस लेख में यही सवाल तनवीर जाफरी पूछ रहे हैंः