धर्म संसद में मुसलमानों के नरसंहार की धमकी देने की विश्वव्यापी
प्रतिक्रिया होने के बाद उत्तराखंड की हरिद्वार पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ
केस दर्ज किया है। इसमें हिन्दू बन चुके वसीम रिजवी को भी नामजद किया गया है।
गुड़गाँव में यदि लोगों ने नमाज के लिए मंजूरी दी गई सभी जगहों पर आपत्ति कर दी तो क्या उन सभी जगहों पर नमाज़ पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा? आख़िर नमाज वाली जगह उपले क्यों बिखेरे?
भारत-पाकिस्तान के बीच हुए क्रिकेट मैच के बाद मोहम्मद शमी को उनकी धार्मिक पहचान को लेकर निशाना क्यों बनाया गया। हैरानी इस बात की है कि हुक़ूमत इस पर चुप है।
जब प्रशासन ने बाक़ायदा हिंदू और मुसलिम समुदाय के लोगों के साथ बातचीत कर नमाज़ पढ़ने के लिए 37 जगहों का चयन किया है तो फिर क्यों बार-बार गुड़गांव में माहौल ख़राब करने की कोशिश की जा रही है?
फ़ेसबुक पर आख़िर बार-बार नफ़रत फैलाने का आरोप क्यों लगता है? आंतरिक सिस्टम पर सवाल उठने के बाद फ़ेसबुक ने ही अब क्यों कहा है कि अल्गोरिदम का गहन विश्लेषण किया गया?
किस तरह के सकारात्मक रवैए की अपेक्षा की जाती है? प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर एक दिन में 2.5 करोड़ टीके लगने से पहले और बाद में 50-60 लाख ही टीके लगाया जाना कैसी सकारात्मकता है और केरल में ईसाई-मुसलमान सद्भाव की बात करना कैसी सकारात्मकता?