कट्टरपंथियों ने जानवर से सस्ती इंसान की जान को बना दिया है। हरियाणा में अगस्त में एक मुस्लिम युवकी की हत्या गोमांस पकाने का आरोप लगाते हुए की गई थी। लेकिन अब फरीदाबाद की लैब ने पुष्टि कर दी है कि साबिर के घर से बरामद मांस गोमांस नहीं था। लेकिन क्या साबिर की जिन्दगी उसके परिवार को वापस मिल जायेगी। देश में इस तरह की तमाम घटनायें हो चुकी हैं लेकिन कट्टरपंथी संगठन दरिन्दगी से पीछे नहीं हट रहे हैं और न ही उनको संरक्षण देने वाले राजनीतिक दल मान रहे हैं।