हमास-इज़राइल संघर्ष के तुरंत बाद भारत के रुख पर सवाल पूछा जा रहा था कि क्या फिलीस्तीन पर भारत का रवैया बदल गया है? अब इस पर ठोस और आधिकारिक सफाई आई है। जानिए, विदेश मंत्रालय ने क्या कहा है।
अखबार की वेबसाइट https://www.haaretz.com/ पर 11 अक्टूबर को प्रकाशित एक ओपिनियन में लिखा गया है कि नेतन्याहू अब देश को एक ऐसे युद्ध की ओर ले जा रहे हैं जिसके सटीक लक्ष्यों के बारे में किसी को भी पता नहीं है, परिणाम तो दूर की बात है।
हमास ने 6 अक्टूबर की रात को इज़राइल के खिलाफ बड़ा हमला किया। इस हमले में सिर्फ़ मिसाइलें ही नहीं छोड़ी गईं, हमास के लड़ाके इज़राइल में घुसकर शहर में भी हमले किए। क्या इज़राइली सेना ने उन्हें बचाया? जानिए, उस रात क्या हुआ था और कैसे बचे इज़राइल लोग।
हमास-इज़राइल युद्ध में रॉकेट हमले तो अपनी जगह है, क्या प्रोपेगेंडा से अब युद्ध जीतने की कोशिश की जा रही है? आख़िर अपुष्ट वीडियो साझा किए जाने के मायने क्या हैं?
फिलिस्तीनी लड़ाके हमास के पास अमेरिकी हथियार हैं और उनका इस्तेमाल इजराइल में हुए ताजा हमले में किया गया है। कश्मीर में भी आतंकियों के पास से अमेरिकी हथियार मिलते रहे हैं। आखिर अमेरिकी हथियार उसी के दोस्तों के खिलाफ कैसे इस्तेमाल हो रहे हैं। यह गोरखधंधा आखिर क्या है।