एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार 1 सितंबर को गुजरात पुलिस से तीखे सवाल किए। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि आखिर गुजरात हाई कोर्ट ने तीस्ता की जमानत याचिका पर 6 हफ्ते बाद क्यों सुनवाई रखी। इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को 2 बजे फिर करेगा। जानिए गुरुवार का घटनाक्रम।
एक्टिविस्ट सीस्ता सीतलवाड़ की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार 30 अगस्त को सुनवाई नहीं हो सकी। मामले की सुनवाई 1 सितंबर तक के सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसीटर जनरल के कहने पर स्थगित कर दी। हालांकि तीस्ता के वकील कपिल सिब्बल ने इस पर आपत्ति जताई।
गुजरात में बिलकीस बानो के गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। कई मुस्लिम परिवार गांव छोड़कर चले गए हैं। गांव में पुलिस तैनात की गई है। गुजरात सरकार अभी तक इस मामले में शर्मसार नहीं हुई है और न ही अपनी गलती मानी है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई करने जा रहा है।
बिलकीस बानो गैंगरेप केस में दोषियों को रिहा करने में अदालत और सरकार से जो गलत हुई, वो एक तरफ लेकिन इस मामले में दोषियों ने गवाहों को जिस तरह धमकाया, पुलिस में एफआईआर होने, शिकायत होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे पता चलता है कि दोषियों को सरकार का पूरा संरक्षण मिला हुआ है।
बिलकीस बानो केस में अदालत भी गलती कर सकती है, इस पर बहस जारी है। वरिष्ठ वकील रेबेका जॉन ने लाइव लॉ से बातचीत में साफ शब्दों में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात हाईकोर्ट का फैसला पलटकर गलती की है। पढ़िए पूरी बात।
गैंगरेप पीड़ित बिलकीस बानो के पति याकूब पटेल बेमिसाल हैं। बिलकीस के साथ उनका संघर्ष अभी जारी है। उनके संघर्ष के बारे में इस रिपोर्ट से और जान सकते हैं।
गुजरात के 11 गैंगरेप दोषियों का जेल से बाहर आने पर सम्मान हुआ। क्या इन हालात के लिए देश का सिस्टम जिम्मेदार है? यह सिस्टम अदालत से लेकर सरकार तक फैला हुआ है। इन्हीं सवालों का जवाब तलाशती यह रिपोर्ट।
जिस गुजरात में पूर्व आईपीएस संजीव भट्ट, एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़, पूर्व डीजीपी बीआर श्रीकुमार आदि बंद हैं, उसी गुजरात में एक सरकारी छूट नीति के तहत बिलकीस बानो गैंगरेप के 11 दोषी सोमवार को जेल से बाहर आ गए हैं।
गुजरात दंगों से जुड़ी जाकिया जाफरी की याचिका को रद्द करने और इसके बाद एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ व सेवानिवृत्त डीजीपी आरबी श्रीकुमार से जुड़े घटनाक्रमों को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं।