एग्जिट पोल के नतीजे क्या कहते हैं? कितने भरोसेमंद हैं ये नतीजे ? क्या गुजरात मोदी शाह की लाज बचाएगा? क्या काँग्रेस हिमाचल में बीजेपी से सत्ता छीन सकती है? दिल्ली महानगरपालिका के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कैसे बीजेपी का सफ़ाया कर दिया?
गुजरात में चुनाव आयोग की तमाम कोशिशों के बावजूद मतदान प्रतिशत बढ़ नहीं आया। क्या कम मतदान राजनीतिक दलों के लिए खतरे की घंटी है। दोनों ही चरण मिलाकर गुजरात अपने 2017 के मतदान प्रतिशत को भी नहीं छू पाया। जानिए पूरा घटनाक्रम आंकड़ों के हवाले से।
कांग्रेस का आरोप है कि गुजरात में मतदान वाले दिन आज सोमवार को पीएम मोदी ने खुले आम रोड शो निकाला। चुनाव आयोग इसे खामोशी से देखता रहा। ममता बनर्जी ने भी इसके लिए बीजेपी की निन्दा की है। जानिए पूरा ब्यौराः
गुजरात में चुनाव आयोग विवादों के घेरे में है। वहां कांग्रेस विधायक पर हमला किया गया, उन्हें जंगल में छिपकर रहना पड़ा। कलोल में मतदाताओं को डराया धमकाया जा रहा है। लेकिन आयोग मौन है। पूरा ब्यौराः
मध्य गुजरात में बीजेपी मज़बूत है । फिर भी मोदी ने पूरी ताक़त लगा दी ? क्यों ? किस बात का डर है ? कैसा रहेगा आप का प्रदर्शन और कांग्रेस क्या कर पायेगी ? आशुतोष ने कार्तिकेय बत्रा से बात की और जाना पूरे इलाक़े की राजनीति ?
गुजरात में चुनावी लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होती रही है। 182 सीटों वाली गुजरात की विधानसभा में मुश्किल से पांच-छह सीटों को छोड़कर बाकी सीटें इन्हीं दो राजनीतिक दलों की झोली में जाती हैं। लेकिन इस बार कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के चुनाव मैदान में आने के बाद मुक़ाबला त्रिकोणीय हो गया है।
गुजरात में पहले चरण के मतदान में मतदाताओं का कम मतदान भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चिंता का विषय बन गया है। 2017 में 68 प्रतिशत के मुकाबले इस बार यह बमुश्किल 61 प्रतिशत थी। क्या इसका मतलब भाजपा या कांग्रेस को लाभ है?
गुजरात चुनाव का पहला दौर ख़त्म । कुल 89 सीटों पर वोट पड़े । क्या बीजेपी पुराने प्रदर्शन को दोहरा पायेगी ? क्या कांग्रेस सौराष्ट्र में बढ़त बना पायेगी ? क्या आप चमत्कार करेगी ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, संजय कुमार, कार्तिकेय बत्रा, जिगर दोषी और पीयूष तंवर ।
गुजरात चुनाव के पहले दौर का मतदान। और देश भर के चैनलों में धूम मचा रहा है प्रधानमंत्री मोदी का रोड शो। पचास किलोमीटर लंबी रैली का दावा क्यों? आखिर क्यों इतना ज़ोर लगा रही है बीजेपी? और क्यों मैदान में उतरे हैं खुद पी एम मोदी? आलोक जोशी के साथ वरिष्ठ पत्रकार मयूर मेहता, निधीश त्यागी और सतीश के सिंह।
कभी नीच का मुद्दा ,कभी औकात का तो कभी रावण का मुद्दा .क्या मोदी जी को गुजरात के विकास का कोई मुद्दा नही मिल रहा है जो आज रावण के आरोप पर बोले .आज की जनादेश चर्चा .
गुजरात में गुरुवार शाम को पीएम मोदी का रोड शो अहमदाबाद की सड़कों से उड़कर दूरदर्शन समेत देश के तमाम चैनलों पर छा गया। कई टीवी चैनलों की महिला एंकरों ने इस रोड शो की लाइव कवरेज में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनका जोश देखते ही बनता था। आप भी रोड शो का आनंद लीजिएः
प्रधानमंत्री मोदी का आज गुरुवार 1 दिसंबर को अहमदाबाद में मेगा रोड शो होने वाला है। लेकिन अतीत में मोदी अपने ऐसे रोड शो को लेकर विवाद में रहे हैं। मतदान वाले दिन रोड शो निकालना आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है लेकिन भारतीय चुनाव आयोग अब ऐसे रोड शो को सामान्य सूचना की तरह लेने लगा है। जानिए पूरा विवादः
माना जा रहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे के रावण वाले बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के दौरान मुद्दा बनाएंगे और ऐसा ही हुआ। क्या इसका चुनाव में कुछ असर होगा?