मेरिट का अहंकार लेकर आने वाला आईएएस ही दरअसल इस देश का शासन चला रहा है। बिना किसी पूर्व अनुभव के 30 साल का युवक सीडीओ बनकर ग्रामीण विकास की जिम्मेदारी संभालता है। जिनमें अधिकांश को ठीक से गांव का ढांचा तक मालूम नहीं होता। बिना अनुभव का आईपीएस अफसर आंदोलनकारी किसानों को रोकने के लिए भाषण झाड़ने लगता है और अनर्थ कर बैठता है। ऐसे उदाहरण एक नहीं सैकड़ों में हैं। शासन व्यवस्था चलाने का यह गोरखधंधा सिर्फ इसी देश में चल रहा है।