मोदी से लेकर ममता बैनर्जी तक सबको गौतम अदानी क्यों चाहिए? राहुल गाँधी अदानी-अंबानी को अगर कोसते हैं तो फिर काँग्रेस शासित राज्य उनकी सेवा में क्यों लगे रहते हैं? क्या बिना अदानी-अंबानी के आशीर्वाद के राजनीति मुमकिन नहीं? आशीर्वाद के एवज़ में अदानी-अंबानी पार्टियों और सरकारों से क्या वसूलते हैं? पूँजीपतियों और नेताओं का ये गँठजोड़ कैसे काम कर रहा है?