प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में एकाएक से 'मुफ़्त की रेवड़ी' बाँटने को मुद्दा क्यों बना रहे हैं? क्या सच में देश को इतना ज़्यादा आर्थिक नुक़सान हो रहा है? या फिर यह अरविंद केजरीवाल की काट के लिए है? जानिए, बीजेपी अब तक क्या करती रही है।
आरएलडी चीफ जयंत चौधरी ने भारत के चीफ जस्टिस एन वी रमना की टिप्पणी पर तंज कसा है। सीजेआई रमना ने राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त में ऑफर की जाने वाली सुविधाओं की आलोचना करते हुए कहा था कि देश में रेवड़ी कल्चर से आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र जिस फ्रीबीज को लेकर हाल में सवाल उठाते रहे हैं वह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया। राजनीतिक दलों की घोषणाएँ कल्याणकारी योजना का हिस्सा या लोगों के कर के पैसे की बर्बादी, जानिए कोर्ट ने क्या कहा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने क्यों कहा कि कॉर्पोरेट क्षेत्र के कर्ज के राइट ऑफ़ करने वालों को देशद्रोही घोषित कर देना चाहिए? क्या कभी ऐसा संभव है?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मतदाताओं के वोट हासिल करने के लिए मुफ्त गिफ्ट के वादे करना एक गंभीर मुद्दा है। केंद्र सरकार को इस पर स्टैंड लेना चाहिए। जानिए सुप्रीम कोर्ट ने और क्या कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आख़िर 'मुफ्त में रेवड़ी' बांटने या 'रेवड़ी संस्कृति' कहकर किसपर तंज कसा? जानिए उनके तंज पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने क्यों प्रतिक्रिया दी और उन्होंने क्या कहा।