लंबे वक़्त तक सियासी ख़ालीपन से गुज़रे जम्मू कश्मीर में क्या अब राजनीतिक प्रक्रिया शुरू हो गई है? यह सवाल इसलिए कि नेशनल कॉन्फ़्रेंस के प्रमुख फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के कई नेताओं से गुरुवार को मुलाक़ात की है।
यदि कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए आज डाॅ. फारुक जगमोहन के विरुद्ध जाँच बिठाने की माँग कर रहे हैं तो उस जाँच की अग्नि-परीक्षा में सबसे पहले ख़ुद डाॅ. फारुक को खरा उतरना होगा।
फ़ारूक़ अब्दुल्ला पीएसए के तहत हिरासत में क्यों? क्या वे नज़रबंद थे या नहीं, इस पर रहस्य क्यों बना रहा? अमित शाह ने क्यों कहा था कि उनको नज़रबंद नहीं किया गया है? यदि सबकुछ ठीक है तो सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा कि सरकार सामान्य स्थिति बहाल करे? देखिए, आशुतोष की बात में पूरी रिपोर्ट।