पहले मीडिया ने किसान आंदोलन के ख़िलाफ़ दुष्प्रचार अभियान छेड़ा और अब बीजेपी नेता भी उसके साथ जुगलबंदी कर रहे हैं। ऐसे में संदेह हो रहा है कि कहीं सरकार आंदोलन को बदनाम करके ख़त्म करने की रणनीति पर तो काम नहीं कर रही? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बीजेपी का सहयोगी दल बोला- कृषि कानून वापस लो, नहीं तो नाता तोड़ लेंगे। किसान फिर बोले- बिना शर्त बात करे सरकार, हार नहीं मानेंगे
Suniye Sach। देश के किसान के ख़िलाफ़ दुष्प्रचार क्यों? वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने वॉलिंटियर पर क्यों किया 100 करोड़ का केस? हैदराबाद चुनाव में बचेगी शाह की साख? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का खास विश्लेषण।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। किसान प्रदर्शन में बीजेपी को दिखा 'खालिस्तानी-माओवादी लिंक । मोदी : नए कृषि सुधारों से नए विकल्प मिले, कुछ लोग भ्रम फैला रहे
किसानों से बात करने में मोदी सरकार का अहम आ रहा सामने? किसानों को बदनाम क्यों किया जा रहा है? वैक्सीन से बीमारी बताई, सीरम इंस्टिट्यूट 100 करोड़ का केस करेगा। देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi
आख़िर किसानों को समझा क्यों नहीं पा रही है सरकार? आंदोलन सिर्फ पंजाब, हरियाणा में क्यों गर्म है? कृषि और अर्थनीति के विशेषज्ञ जी चंद्रशेखर, वरिष्ठ पत्रकार सतीश के सिंह और राजा शर्मा के साथ आलोक जोशी की बातचीत
मोदी सरकार किसानों से बात क्यों नहीं करती ? उनको डिसक्रेडिट क्यों कर रही है ? आशुतोष के साथ चर्चा में गोपाल कृष्ण अग्रवाल, दीपक वाजपेयी, मधुरेंद्र सिन्हा, पुष्पेंद्र चौधरी और आलोक जोशी ।
कंगना रनौत ने हाल ही किसानों के प्रदर्शन से संबंधित कुछ ऐसा ट्वीट किया कि उस ट्वीट को हटा लेने के बाद भी उनको ट्विटर यूज़र निशाने पर ले रहे हैं। कोई उन्हें किसान विरोधी और घमंडी कह रहा है तो कोई उनका बहिष्कार करने का ट्वीट कर रहा है।
जब-जब दिल्ली में मोदी की हुक़ूमत तक विरोध की आवाज़ पहुंचती है तो बीजेपी समर्थक, मीडिया का एक वर्ग और दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थन वाले लोग छाती अड़ाकर आगे खड़े हो जाते हैं।