प्रस्तावित समय से पहले शाह ने किसानों को मिलने क्यों बुलाया? क्या इस बार को झुकना ही पड़ेगा? यूपी में एक ही क़ानून हिंदू और मुसलिम के लिए अलग-अलग तरीके से लागू होगा? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास के साथ।
भारत बंद की आंशिक सफलता ने मोदी की मुश्किलें बढा दी हैं ? क्या बीजेपी को होगा नुकसान ? आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी और प्रो. रविकांत ।
किसानों के भारत बंद को चौबीस राजनीतिक दलों, ट्रेड यूनियनों और छात्र संगठनों का भी समर्थन।कहीं सरकार के साथ तो कहीं सरकार के बिना। देश भर में दिखा बंद का असर। लेकिन अब क्या है आगे का रास्ता? सरकार बात कर रही है। लेकिन क्या बात मानेगी भी?
कृषि क्षेत्र में लाए गए तीन सुधारवादी क़ानूनों के विरोध में किसान 26 नवंबर से दिल्ली घेरे हुए हैं। कई दौर की वार्ता के बाद भी अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। सैकड़ों किसान संगठनों ने भारत बंद भी किया।
केंद्र सरकार के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली के बॉर्डर्स पर धरना दे रहे किसानों को देश में राजनीतिक दलों, गायकों, खिलाड़ियों, आम लोगों का जोरदार समर्थन मिल रहा है।
पंजाब के नेता जानते हैं कि किसानों की नाराज़गी मोल लेकर सियासत करना असंभव है। ऐसे में ख़ुद को किसानों का सबसे बड़ा हिमायती दिखाने की पुरजोर कोशिश जारी है।
किसानों की ताकत के आगे झुकेगी मोदी सरकार? उत्तर प्रदेश में लव जिहाद के नाम पर गुंडा राज? सेंट्रल विस्टा पर सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र को क्यों लगाई फटकार? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का खास विश्लेषण। Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। किसानों को देश के बाहर भी मिला समर्थन। निर्भय सिंह: किसानों का प्रदर्शन सिर्फ़ पंजाब तक सीमित नहीं
कल किसान भारत बंद करेंगे। इस दौरान विपक्ष ने भी समर्थन देने का ऐलान किया है। इसके अलावा शो में देखिए- क्या अब यूपी में बजरंग दल की मर्जी से होगी शादी? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi