किसानों के आंदोलन के चलते विवादित क़ानूनों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्टे दिये जाने से कोई फ़र्क़ न पड़ा । टिप्पणीकारों, आंदोलन रत किसान नेताओं और क़ानूनविदों ने एक स्वर से इस पर संशय व्यक्त किया है । देश की सर्वोच्च न्यायिक संस्था पर इस क़िस्म का अविश्वास देश के लोकतंत्र के लिये क्यों ख़तरे की घंटी है विश्लेषित कर रहे हैं शीतल पी सिंह