कृषि क़ानूनों की माँग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों की गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली हिंसा में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई की है। वह 25 एफ़आईआर दर्ज कर चुकी है। इनमें 37 किसान नेताओं के नाम हैं।
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।हिंसा के बाद बजट के दिन किसानों का प्रस्तावित संसद मार्च रद्द।ट्रैक्टर रैली हिंसा: 25 FIR में 37 किसान नेताओं के नाम
सरकार शुरू से कृषि क़ानून वापस नहीं लेने और किसान आंदोलन को कमज़ोर करने के लिए फूट डालने की रणनीति पर चल रही थी। ट्रैक्टर परेड के बाद उसे बहाना मिल गया है।
ट्रैक्टर रैली हिंसा में दिल्ली पुलिस अब तक 25 एफ़आईआर दर्ज कर चुकी है। इनमें 37 किसान नेताओं के नाम हैं। इनमें 30 से ज़्यादा वे हैं जो 40 किसान नेता कृषि क़ानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर केंद्र सरकार से बातचीत कर रहे थे।
छह महीने के राशन-पानी और चलित चौके-चक्की की तैयारी के साथ राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर पहुँचे किसान अपने धैर्य की पहली सरकारी परीक्षा में ही असफल हो गए हैं, क्या ऐसा मान लिया जाए?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। आंदोलन में साज़िश हुई, अमित शाह बर्खास्त किए जाएँ: कांग्रेस । 37 किसान नेताओं के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस ने दर्ज किए केस
ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के लिए आख़िर कौन जिम्मेदार? आंदोलन पर टूट पड़ी सरकार, किसान नेताओं के ख़िलाफ़ मामले दर्ज। देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन और भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने आन्दोलन छोड़ वापस लौटने के एलान करते हुए कहा कि वे सिर्फ न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए आन्दोलन में शामिल हुए थे।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। वीएम सिंह किसान आंदोलन से अलग हुए, टिकैत पर आरोप । भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) ने भी आंदोलन किया ख़त्म
ट्रैक्टर रैली हिंसा के बाद अब पुलिस की सक्रियता तेज दिखने लगी है। पुलिस ने किसान नेताओं पर एफ़आईआर दर्ज की है। इनमें योगेंद्र यादव और कम से कम 9 किसान नेताओं के नाम हैं। इन 10 लोगों में बीकेयू नेता राकेश टिकैत का भी नाम है।
क्या केंद्र सरकार कृषि क़ानूनों पर पहले से अधिक सख़्त रुख अपनाएगी और बातचीत फिर शुरू करने में दिलचस्पी नहीं लेगी? क्या किसान संगठन ट्रैक्टर रैली और हिंसा के बाद अपने स्टैंड से पीछे हटेंगे?