कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ हुए आंदोलन के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सियासी माहौल बेहद गर्म रहा। कांग्रेस ने भी किसानों की आवाज़ को पुरजोर ढंग से उठाया।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तीनों कृषि क़ानूनों पर ताज़ा घोषणा के बाद भी आख़िर कृषि आंदोलन तुरंत क्यों नहीं ख़त्म होगा? जानिए, किसान नेता राकेश टिकैत ने क्या कहा।
कृषि क़ानून वापस लेने के केंद्र सरकार के फ़ैसले को विपक्षी दलों ने किसानों की जीत बताया है। किसान आंदोलन के कारण मोदी सरकार और बीजेपी को लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा था।