क्या बिहार में इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के लिए लीची ज़िम्मेदार है? कहीं इस सवाल के पीछे सरकार और इसके स्वास्थ्य महकमे की बड़ी लापरवाही को छुपाने की कोशिश तो नहीं?
हर साल चमकी बुखार से मौतें होती रही हैं। इस बार भी इसका प्रकोप क़रीब एक पखवाड़ा पहले शुरू हो गया था लेकिन अफ़सोस की बात है कि जैसी तेज़ी अभी दिखाई जा रही है वह एक पखवाड़े पहले नहीं थी।