शिवसेना बंट गई। एकनाथ शिंदे ने अपना चीफ व्हिप नियुक्त करते हुए इसकी शुरुआत कर दी है। यह घटनाक्रम शिवसेना की शाम 5 बजे होने वाली बैठक से पहले आया है। क्योंकि शाम के लिए भी व्हिप जारी हुआ है। मामला अब तकनीकी हो गया है। शिंदे के साथ बीजेपी है।
क्या शिवसेना अब बदल गई है और वह बाला साहेब ठाकरे के मिजाज से अलग है? आख़िर शिवसेना के नेता ही उद्धव ठाकरे के सामने तनकर क्यों खड़े हैं जहाँ बाल ठाकरे के सामने ऐसा करने की शायद ही किसी की हिम्मत हो?
महाराष्ट्र में संकट बढ़ गया है। मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे ने मंत्री शब्द हटा दिया है। विधानसभा कभी भी भंग हो सकती है। कुछ और मंत्री भी गायब हैं।
एकनाथ शिंदे और शिवसेना के कई विधायकों की बगावत के बाद महाराष्ट्र में बड़ा सियासी संकट खड़ा हो गया है। शिवसेना ने इसे लेकर अपने मुखपत्र सामना में बीजेपी को चेताया है।
महाराष्ट्र में मंगलवार को उद्धव की सरकार तो बच गई। लेकिन बुधवार के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे के पास पूरे 37 विधायक नहीं हैं जिसके दम पर बिना दल बदल कानून की हद में आए सरकार गिराई जा सके और बीजेपी की सरकार बनवाई जा सके। शिंदे को किसी बाहरी मदद का इंतजार है।
शिवसेना के कुछ विधायकों के अपहरण का आरोप लगाया गया है। विधायक नितिन देशमुख की पत्नी ने पुलिस में शिकायक की है कि उनके पति गायब हैं। नितिन देशमुख को सूरत में बागी एकनाथ शिंदे के साथ देखा गया है।
जानिए, महाराष्ट्र की सियासत में साधारण शिव सैनिक से शिवसेना में ताक़तवर नेता बनने वाले एकनाथ शिंदे का राजनीतिक जीवन कैसा रहा है और उन्होंने बगावत क्यों की।