महाराष्ट्र में संकट बढ़ गया है। मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे ने मंत्री शब्द हटा दिया है। विधानसभा कभी भी भंग हो सकती है। कुछ और मंत्री भी गायब हैं।
एकनाथ शिंदे और शिवसेना के कई विधायकों की बगावत के बाद महाराष्ट्र में बड़ा सियासी संकट खड़ा हो गया है। शिवसेना ने इसे लेकर अपने मुखपत्र सामना में बीजेपी को चेताया है।
महाराष्ट्र में मंगलवार को उद्धव की सरकार तो बच गई। लेकिन बुधवार के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे के पास पूरे 37 विधायक नहीं हैं जिसके दम पर बिना दल बदल कानून की हद में आए सरकार गिराई जा सके और बीजेपी की सरकार बनवाई जा सके। शिंदे को किसी बाहरी मदद का इंतजार है।
शिवसेना के कुछ विधायकों के अपहरण का आरोप लगाया गया है। विधायक नितिन देशमुख की पत्नी ने पुलिस में शिकायक की है कि उनके पति गायब हैं। नितिन देशमुख को सूरत में बागी एकनाथ शिंदे के साथ देखा गया है।
जानिए, महाराष्ट्र की सियासत में साधारण शिव सैनिक से शिवसेना में ताक़तवर नेता बनने वाले एकनाथ शिंदे का राजनीतिक जीवन कैसा रहा है और उन्होंने बगावत क्यों की।
देखना होगा कि शिव सेना की कार्रवाई के बाद क्या एकनाथ शिंदे के साथ सूरत में मौजूद पार्टी के विधायक वापस आ जाएंगे या वे अपने बगावती तेवरों को बनाए रखेंगे।
महाराष्ट्र संकट में कांग्रेस विधायक इधर-उधर नहीं भाग सकें, कांग्रेस आलाकमान ने वरिष्ठ नेता कमलनाथ को महाराष्ट्र का पर्यवेक्षक बनाया है। वो मुंबई जा रहे हैं।