महाराष्ट्र में शिवसैनिकों ने बागी विधायकों का विरोध शुरू कर दिया है। नासिक में एकनाथ शिंदे के पोस्टर पर स्याही फेंकी गई। विधायकों के मुंबई आने पर भारी विरोध की आशंका है। शिवसेना के जिला अध्यक्षों की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा भी हुई।
महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर ने शिवसेना के दो फैसलों पर मुहर लगा दी है। उन्होंने विधायक दल के नेता और चीफ व्हिप बदलन के शिवसेना के फैसलों को सही ठहराया। इससे सारी लड़ाई अब कानूनी हो गई है। शिवसेना का आवेदन पहले आया था।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । एकनाथ शिंदे : हम डरने वाले नहीं, हमारे पास 50+ विधायक । राउत बोले- शरद पवार को भी केंद्रीय मंत्री दे रहे धमकी ।
क्या अब बागियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने का उद्धव ठाकरे की टीम ने मन बना लिया है? जानिए, अब बागी विधायकों के ख़िलाफ़ किस तरह की कार्रवाई करने की तैयारी है।
शिवसेना के विद्रोही नेता एकनाथ शिंदे का वीडियो सामने आया है, जिसमें वो एक राष्ट्रीय पार्टी से मदद मिलने की बात कह रहे हैं लेकिन उन्होंने पार्टी का नाम नहीं लिया। आखिर शिंदे ऐसा क्यों कर रहे हैं?
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार को बचाने के लिए एनसीपी चीफ शरद पवार मैदान में निकल पड़े हैं। उन्होंने कहा है कि उद्धव की सरकार बचाने के लिए हम सब कुछ करेंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा में तय होगा कि किसके पास बहुमत है।
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार पर संकट के मद्देनज़र सरकार की सहयोगी पार्टी एनसीपी की बैठक में आज क्या फ़ैसला लिया गया? जानिए एनसीपी नेता अजित पवार ने क्या कहा।
उद्धव ठाकरे के वफादार संजय राउत ने एकनाथ शिंदे खेमे को किस आधार पर चुनौती दी है कि वे सदन में बहुमत साबित कर दिखाएँ? जानिए उन्होंने क्यों कहा कि बागी बीजेपी में शामिल क्यों नहीं हो जाते।
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार पर आए संकट के लिए कांग्रेस और टीएमसी ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। दोनों पार्टियों का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी सारा गेम कर रही है।
शिवसेना के बाग़ी गुट का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे जहाँ कह रहे हैं कि उद्धव ठाकरे सरकार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए वहीं उद्धव के नज़दीकी संजय राउत का कहना है कि वे बहुमत साबित करेंगे। नंबर गेम में आख़िर मौजूदा स्थिति क्या है?
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के तमाम दावों के बावजूद यह साफ होता जा रहा है कि कई विधायकों को जबरन सूरत और गुवाहाटी ले जाया गया था। शिवसेना के एक और विधायक कैलाश पाटिल ने आरोप लगाया है कि उन्हें जबरन सूरत ले जाया गया।