महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार ने राज्य में देर सवेर मध्यावधि चुनाव की संभावन जताई है। उनका कहना है कि एकनाथ शिंदे-बीजेपी सरकार चंद महीनों की मेहमान है।
जिस शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव 1 साल से नहीं हो पाया था वह अब शिंदे खेमे के साथ बीजेपी की सरकार बनते ही 3 दिन में ही कैसे हो गया? राज्यपाल को पहले जो आपत्ति थी वो अब दूर कैसे हो गई?
महाराष्ट्र विधानसभा मे रविवार से शिवसेना के बागियों और शिवसेना के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी के बीच सत्ता पर कब्जे की लड़ाई का खेल शुरू होने जा रहा है। रविवार को स्पीकर का चुनाव है। सोमवार को विश्वास मत हासिल किया जाना है।
फडणवीस को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया ? किसने उनके पर कतरे ? क्या मोदी शाह को फडणवीस पसंद नहीं ? क्या फडणवीस बगावत करेंगे या अपमान पी जायेंगे ? कब तक चलेगी शिंदे सरकार ? मौजूदा महाराष्ट्र संकट के कई समीकरणों का खुलासा करते लोकसत्ता के संपादक गिरीश कुबेर । उनसे बात की आशुतोष ।
थोड़ी देर पहले ही सरकार से बाहर रहने की बात मीडिया के सामने कहने वाले फडणवीस अगर शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम बनने के लिए राजी हुए तो इसके पीछे कोई बड़ी बात जरूर थी।
नीतीश कुमार 45 विधायकों के साथ बिहार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं और एकनाथ शिंदे के भी दावों के अनुसार 40-50 विधायकों के साथ मुख्यमंत्री बन गए हैं। दोनों जगह बीजेपी गठबंधन में है। तो क्या दोनों नेता एक जैसे हैं?
महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सीएम पद पर दावा करने के चार दिन के भीतर ही बहुमत साबित करना होगा। क्या वह साबित कर पाएँगे? जानिए, क्या है मौजूदा स्थिति।
उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री रहे आदित्य ठाकरे ने आख़िर बागियों को धोखेबाज क्यों ठहराया? जानिए, शिंदे के मुख्यमंत्री बनाए जाने पर उनकी क्या प्रतिक्रिया रही।