दो अलगाववादी नेता जेल से लोकसभा चुनाव जीते हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या वे लोकसभा में जाकर शपथ ले पाएंगे। कम से कम चुनाव आयोग ने उन्हें विजयी घोषित किया है। लेकिन अगला कदम लोकसभा का है। अलगाववादियों को इस तरह चुने जाने पर कुछ बुद्धिजीवी काफी चिंतित हैं, हालांकि दोनों को मतदाताओं ने चुना है। बहरहाल, जानिए इस सवाल का जवाबः