Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बाइडन ने जारी किए ट्रंप के फैसलों को पलटने वाले आदेश । बाइडन का ट्रंप पर निशाना, कहा - 'ताक़त और फायदे के लिए झूठ बोले गए
डोनल्ड ट्रंप और उसके समर्थक राजनेताओं के उकसावे पर दक्षिणपंथियों की हिंसक भीड़ ने अमेरिकी संसद भवन कैपिटल पर हमला कर दिया। इस हमले का मक़सद अमेरिका में सत्ता परिवर्तन की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करना था। क्या भारत कोई सबक लेगा?
बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कैपिटल हिल कांड के बाद डोनल्ड ट्रम्प का ट्विटर अकाउंट बंद किए जाने पर रोष जताया और कहा कि टेक कम्पनी का फ़ैसला लोकतंत्रों के लिए सजग होने का संकेत है। तो बड़ा ख़तरा कौन?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ट्रंप के खिलाफ निचले सदन में महाभियोग पारित हुआ । कार्यकाल पूरा होने से पहले हटाए जा सकेंगे ट्रंप?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पर दूसरी बार महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेंटेटिव्स या प्रतिनिधि सभा ने महाभियोग का प्रस्ताव पारित कर दिया है। प्रस्ताव में राष्ट्रपति ट्रंप पर तीन आरोप लगाए गए हैं।
उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने संशोधन 25 का इस्तेमाल कर डोनल्ड ट्रंप को हटाने से इनकार कर दिया है। इसके बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति को पद से हटाने की संभावना बहुत ज़्यादा है क्योंकि उनके ख़िलाफ़ पेश महाभियोग प्रस्ताव पर बुधवार को मतदान है।
अमेरिकी जाँच एजेन्सी फ़ेडरल ब्यूरो ऑफ़ इनवेस्टीगेशन (एफ़बीआई) ने कहा है कि मौजूदा राष्ट्रपति के समर्थक वाशिंगटन स्थित कैपिटल हिल के अलावा सभी 50 राज्यों के विधायिका परसर में हिंसा और तोड़फोड़ कर सकते हैं।
दुनिया डोनल्ड ट्रंप के जिस भाषण को कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के लिए ज़िम्मेदार ठहरा रही है उसको उन्होंने खारिज कर दिया है। ट्रंप ने अपने भाषण को पूरी तरह उचित ठहराया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को पद से हटाने के लिए डेमोक्रेट सदस्यों ने हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव्स में उनके ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। दो डेमोक्रेट सदस्यों और एक रिपब्लिकन सदस्य ने इसे सदन में रखा।
ट्रंप समर्थको पर अब आफ़त आ गयी है। जिन्होंने संसद परिसर कैपिटल बिल्डिंग में घुस कर तोड़फोड़ और गोलीबारी की थी, ऐसे लोगों की धरपकड़ और गिरफ़्तारी हो रही है।
ट्रंप अपनी लड़ाई यह मानते हुए जारी रखना चाहते हैं कि उनकी हार नहीं हुई है बल्कि उनकी जीत पर डाका डाला गया है। मुसीबतों के दौरान ख़ुफ़िया बंकरों में पनाह लेने वाले तानाशाह अपनी पराजय को अंत तक स्वीकार नहीं करते हैं।
राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में 20 जनवरी को भले न जाएं, लेकिन इस समारोह के समय उनके समर्थकों के एक बार फिर हिंसा करने, बवाल मचाने और तोड़फोड़ करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पर स्थायी बैन लगा दिया। लेकिन भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या को इससे तकलीफ़ क्यों? क्या यह सचमुच अभिव्यक्ति की आज़ादी का सवाल है?