पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप मुश्किल में फँस गए हैं। अमेरिकी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी पूर्व राष्ट्रपति को एक मामले में आरोपी ठहराया गया है। क्या ट्रंप अब आत्मसमर्पण करेंगे?
ट्रंप ने 2020 में राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद चुनाव नतीजों को मानने से इनकार कर दिया था और अपने समर्थकों को कैपिटल बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए उकसाया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए डोनाल्ड ट्रम्प का जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने ‘अबकी बार ट्रम्प सरकार’ जैसे नारों से प्रचार किया था क्या 2024 में वैसा ही कुछ देखने को मिल सकता है? तब ट्रंप और मोदी दोनों चुनाव का सामना कर रहे होंगे।
ट्विटर पर आयोजित पोल के नतीजों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर खाता आज रविवार 20 नवंबर को बहाल कर दिया गया। ट्विटर पोल में करीब 15 मिलियन लोगों में से 51.8 फीसदी लोगों ने ट्रंप का खाता बहाल करने का समर्थन किया था। लेकिन 48.2 फीसदी लोग उनके विरोध में भी हैं। पूरा घटनाक्रम जानिएः
अमेरिका के घटनाक्रम दिलचस्प हैं। ट्रंप ने फिर से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है। तो अमेरिकी कांग्रेस ने एक अटॉर्नी जनरल को ट्रंप के खिलाफ जांच के लिए नियुक्त कर दिया। इसी दौरान ट्विटर के नए मालिक एलोन मस्क ने ट्रंप का ट्विटर खाता बहाल कराने के लिए पोल आयोजित किया तो उसमें 52 फीसदी से ज्यादा ने ट्रंप का समर्थन कर दिया। जानिए पूरा मामलाः
क्या डोनल्ड ट्रंप का राजनीतिक करियर अब ढलान पर है? जव वह रिपब्लिकन पार्टी की ओर से 2024 के लिए राष्ट्रपति के उम्मीदवार के दावे पेश कर रहे हैं, तो उनका समर्थक मीडिया ही उनका साथ क्यों छोड़ रहा है?
अमेरिकी मध्यावधि चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी प्रतिनिधि सभा मेें बहुमत के पास। हालांकि जितनी उम्मीद थी, उससे कमज़ोर है जीत। उधर पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी में हैं। आज हो सकता है एलान। कैसे हैं अमेरिका के चुनाव नतीजे और क्या क्या कर सकते हैं ट्रंप?
अमेरिका के मध्यावधि चुनाव से राष्ट्रपति जो बाइडेन क्यों खुश हैं? डोनाल्ड ट्रम्प के लिए चुनाव नतीजे कितना बड़ा झटका हैं? आख़िर रिपब्लिकन पार्टी के पक्ष में जिस लहर की बात की जा रही थी वह कहां और क्यों रुक गई? मध्यावधि चुनाव के नतीजों का अगले राष्ट्रपति चुनाव पर क्या असर पड़ सकता है?
क्या अमेरिका में फिर से क़रीब डेढ़ सौ साल पहले जैसा गृहयुद्ध का माहौल बन रहा है? आख़िर अमेरिका में अब ऐसा क्या हो गया कि 'गृहयुद्ध' का नाम लोगों की जुबान पर काफ़ी ज़्यादा बढ़ गया है?
पिछले साल अमेरिकी संसद भवन कैपिटल हिल बिल्डिंग में हिंसा के लिए कौन ज़िम्मेदार था? क्या आपको पता है कि इसकी जाँच कहां तक पहुँची और उसके क्या नतीजे निकले?
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ट्रंप बोले, अब सभी मान रहे कि लैब लीक थ्योरी पर मैं सही था। पीएम मोदी की बैठक से ‘किनारा’ नहीं किया, आलापन का केंद्र को जवाब। देखिए सुबह तक की ख़बरें -
कैपिटल हिल पर हमला करने के लिए अपने समर्थकों को उकसाने और इसी आधार पर महाभियोग प्रस्ताव का सामना करने वाले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे न सिर्फ सक्रिय राजनीति में रहेंगे, बल्कि अगले राष्ट्रपति चुनाव में भाग भी लेंगे।
कैपिटल बिल्डिंग यानी अमेरिकी संसद हिंसा मामले में भड़काऊ भाषण के आरोपों से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को सीनेट में बरी कर दिया गया है। अमेरिकी संसद के ऊँच सदन सीनेट में महाभियोग के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद यह फ़ैसला लिया गया।