Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ट्रंप को अब 14 दिन भी नहीं रहने दिया जाएगा राष्ट्रपति? उनकी ही कैबिनेट आई विरोध में । ट्रंप समर्थकों के दंगे के बाद फिर शुरू हुई संसद की कार्यवाही
बुधवार को राजधानी वॉशिंगटन के संसद परिसर कैपिटल में जिस समय डोनल्ड ट्रंप के समर्थक अंदर घुस गए और तोड़फोड़ की, राष्ट्रपति न सिर्फ़ अपने दफ़्तर में टेलीविज़न पर चुपचाप तमाशा देखते रहे, बल्कि उन्होंने उस स्थिति में भी उस उत्तेजित भीड़ को और भड़काया।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। US: संसद परिसर में ट्रंप समर्थकों का बवाल, 4 की मौत । अमेरिकी संसद परिसर को ट्रंप समर्थकों ने बना दिया युद्धक्षेत्र
राष्टपति डोनल्ड ट्रंप के मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों ने 20 जनवरी को उनके कार्यकाल ख़त्म होने के पहले ही उन्हें पद से हटाने की माँग की है। उन्होंने कहा है कि वे इसके लिए अमेरिकी संविधान के अनुच्छेद 25 का इस्तेमाल करेंगे।
कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के बाद ट्विटर, फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का एकाउंड ब्लॉक कर दिया है। ऐसा शायद पहली बार है कि किसी राष्ट्र के प्रमुख का सोशल मीडिया एकाउंट इतने बड़े स्तर पर ब्लॉक किया गया हो।
अमेरिका में डोनल्ड ट्रंप के हार न मानने से जिस हिंसा का डर था वही हुआ। कैपिटॉल हिल में 4 लोग मारे गये। 52 लोगों को गिरफ़्तार किया गया। हिंसा के बाद सांसदों की बैठक करने वाली जगह कैपिटल बिल्डिंग को बंद करना पड़ा था।
राष्ट्रपति चुनाव हारने के बावजूद डॉनल्ड ट्रंप हार मानने को राज़ी नहीं! क्या अब भी जो बाइडन की जीत का रास्ता रुक सकता है? आख़िर ट्रंप इतना तमाशा क्यों कर रहे हैं? बीबीसी हिंदी के पूर्व संपादक शिवकांत से आलोक जोशी की बातचीत
छह जनवरी को अमेरिका की नवनिर्वाचित संसद के दोनों सदनों का संयुक्त अधिवेशन होगा, जिसमें निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस को अपनी चुनावी औपचारिकता निभाते हुए नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव की घोषणा करनी है।
डोनल्ड ट्रंप ने जॉर्जिया राज्य के रिपब्लिकन नेता ब्रैड रैफेनस्पर्जर से रविवार को एक घंटे तक बात की और कहा कि कहीं से किसी तरह कुछ वोट ढूढें ताकि चुनाव नतीजों को पलटा जा सके।
अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन का रास्ता साफ़ हो गया है। डोनल्ड ट्रंप ने आख़िरकार सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने की हामी भर दी है। जीएसए ने जो बाइडन को सोमवार को साफ़ तौर पर विजेता घोषित कर दिया है।
अमेरिका में चुनाव नतीजा आने के बाद भी सस्पेंस क्यों है? हारकर भी नहीं हारे हैं डॉनल्ड ट्रंप? बाइडेन के लिए काँटों का ताज साबित होगी यह जीत? पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाश, अमेरिका से राजनीतिक विश्लेषक विभूति झा, और सामाजिक टिप्पणीकार आनंद तनेजा के साथ आलोक जोशी की बात।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी और अमेरिका की फर्स्ट लेडी रहीं मिशेल ओबामा ने आसान सत्ता हस्तांतरण नहीं करने पर डोनल्ड ट्रंप की तीखी आलोचना की है। उन्होंने ट्रंप और मेलानिया ट्रंप को ओबामा कार्यकाल याद दिलाया है।
ऐसे समय जब डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन 306 इलेक्टोरल वोटों के साथ राष्ट्रपति का चुनाव जीत गए हैं, राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के हजारों समर्थकों ने जुलूस निकाल कर दावा किया है कि चुनाव तो ट्रंप ने जीता है।
अमेरिका के अगले राष्ट्रपति पर अजीबोगरीब उलझन है। पॉपुलर वोटों के आधार पर राष्ट्रपति का चुनाव जो बाइडन को जीता हुआ बताया जा रहा है, लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी आख़िरी घोषणा नहीं हुई है। ट्रंप हार मानने को तैयार नहीं हैं।
स्मिता शर्मा ने बात की वॉशिंगटन डीसी में American Enterprise Institute (AEI) के सामरिक विशेषज्ञ और Wall Street Journal के columnist सदानंद धुमे से।Satya Hindi